मामला उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ का है। नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रफीक नगर में राखी अपने परिवार के साथ किराए के मकान में रहती थी। उस समय उसकी उम्र करीब 15 साल थी। राखी के माता-पिता अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते थे। इस बीच मोहल्ले के ही रहने वाले अनवर ने उसका अपने जाल में फंसाया और भगाकर ले गया। इसका मुकदमा नगर कोतवाली हापुड़ में दर्ज हुआ।
इसके बाद राखी की मां रजनी अलीगढ़ में जाकर रहने लगी। राखी के बालिग होने पर अनवर ने उससे शादी कर ली। दोनों को एक संतान भी हुई। बेटे के जन्म के बाद अनवर ने राखी का धर्म परिवर्तन करा दिया और नया नाम रजिया रख दिया। अपहरण के केस से निजात पाने के लिए अनवर ने राखी उर्फ रजिया को बेटे का वास्ता देकर समझौता लिखवा लिया। आरोप है कि इस बीच उसके बेटे का भी धर्म परिवर्तन करा दिया गया।
राखी उर्फ रजिया का कहना है कि बेटे का धर्म परिवर्तन करने के बाद अनवर ने 4 सितंबर 2019 को उसको मारपीट कर घर से निकाल दिया। उसने इस बारे में फोन से अपनी मां को सूचना दी। राखी और उसकी मां का आरोप है कि वे लगातार पुलिस व प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आरोप है कि उनसे यहां तक कह दिया गया कि तुमको तुम्हारी बेटी दिला दी गई है। इसको लेकर चले जाओ। इसके बाद आर्थिक तंगी के चलते पीडि़ता अपने 4 साल के बेटे और मां के साथ रेलवे स्टेशन पर जिंदगी गुजार रहे हैं।
इस संबंध में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय राय ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में लाया गया है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन को इस बारे में अवगत कराते हुए कार्रवाई कराने की बात कही है। साथ ही वह इस मामले से हाईकमान को भी अवगत कराएंगे। युवती की हरसंभव मदद की जाएगी।