किसानों को मिलेगा आधुनिकतम बीज बता दें कि जल्द ही बाबूगढ़ के आलू अनुसंधान केंद्र में जल्द ही प्रदेश का पहला आलू उत्कृष्टता केंद्र स्थापित होगा। जिसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। इस लैब में टिशू कल्चर विधि से आलू की विशेष प्रजातियों का बीज तैयार किया जाएगा। जिससे किसानों को नए बीज की किल्लत से निजात मिलेगी। जानकारी के अनुसार आलू उत्कृष्टता केंद्र का समझौता केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान से होगा। सीपीआरआई से जी-शून्य जनरेशन का ब्रिड लिया जाएगा। इसे विकसित कर जी-3 जनरेशन पर ले जाकर, फाउंडेशन बीज तैयार कराया जाएगा। जो किसान तक पहुंचेगा।
सस्ते दामों पर मिल सकेगा बीज इस लैब के बन जाने से किसानों को कम समय में अधिक बीज और सस्ते दामों में मिल सकेगा। आलू उत्कृष्टता केंद्र पर बनी टिशू लैब में बेहद डिमांड वाले आलू की प्रजातियों का 15 ग्राम का ब्रिड लाया जाएगा। ट्यूबर विधि से इसका टिशू लेकर ट्रांसप्लांट कराया जाएगा। इसके बाद इसे जी-शून्य, जी-1, जी-2 स्टेप से निकालते हुए जी-3 स्तर पर ले जाया जाएगा।
भेजा जा चुका है शासन में प्रस्ताव- एएस शर्मा सांख्यिकी अधिकारी एएस शर्मा ने बताया कि आलू उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए शासन में प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जल्द ही इसका कार्य शुरू हो जाएगा। साथ ही किसानों को सरलता से बीज मिल जाएगा।