पुरानी नगर पालिका के सामने हिसारिया काम्पलेक्स है और इसके आसपास लेडिज सूट के छोटे से लेकर बड़े व्यापारी हैं। इन दुकानों पर दो सौ रुपए से लेकर पंद्रह हजार तक के सूट उपलब्ध हैं। ऑनलाइन व्यापार चाहे कितना भी फैल जाए। ऑनलाइन व्यापार का असर यहां की दुकानों की ग्राहकी पर नहीं पड़ता। महिलाओं को सूट खरीदने के लिए आधे से एक घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। धनतेरस व दीवाली पर इन दुकानों पर अत्यधिक भीड़ रहती है। उम्मीद है कि इस बार इन दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ पहले से अधिक देखने को मिलेगी।
धनतेरस से एक दिन पहले बर्तन बेचने वाले दुकानदार दुकानों के बाहर काउंटर लगाना शुरू कर दिए हैं। इन काउंटर पर बर्तनों को बहुत ही सुंदर ढंग से सजाया जाता है और धनतेरस वाले दिन यहां की दुकानों पर सुबह से ग्राहकों की भीड़ जमा होनी शुरू हो जाती है। दोपहर बारह बजे से लेकर शाम पांच बजे तक आसपास के गांवों के ग्रामीण यहां आकर जमकर खरीदारी करते हैं और इसके पश्चात शहरी ग्राहक आना शुरू हो जाते हैं। टाउन के इन्दिरा चौक से लेकर मुख्य बाजार की तरफ धनतेरस वाले दिन बर्तनों की दुकानों पर पैर रखने की जगह नहीं होती।