कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढिय़ा ने कहा कि समाज के उत्थान के लिए महासभा विभिन्न कार्य कर रही है। समाज के बच्चों को अच्छी और सुलभ शिक्षा के लिए प्रयास कर रही है। पर्यावरण के क्षेत्र में महासभा द्वारा 26 फरवरी को कीर्तिमान रचा जाएगा। मुकाम और समराथल धोरा के मध्य व मेला मैदान में 3 लाख 63 हजार पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज की पहचान ही पेड़ों और जीवों की रक्षा करने वालों के रूप में होती है। खेजड़ली में 363 लोगों ने पेड़ों को बचाने के लिए बलिदान दे दिया था। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को प्रेरित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा अमृतादेवी पार्क विकसित होने चाहिए।
मीडिया से बातचीत में बुढिय़ा ने कहा कि हमारे देश का कानून कमजोर है। इसलिए पेड़ कट रहे हैं। अमृता देवी ने पेड़ों की रक्षा के लिए जान दी। इसका पता हमारी पीढ़ी के हर व्यक्ति को होना चाहिए। पेड़ों को बचाने के लिए हमारा समाज निरंतर आंदोलन करेगा। मुकाम स्थल के विस्तार का कार्य जारी है। तीन सुलभ शौचालय बनाए हैं। सौंदर्यीकरण करवा रहे हैं। युवा वर्ग इस कार्य को करवाने में सहयेाग कर रहे हैं। दक्षिण के युवा तो आमदनी का दस प्रतिशत चल कर इस कार्य में दे रहे हैं।
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुढिय़ा ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला किसानों के नेता थे। वह चुनाव के बाद पार्टी भूलकर जनहित को समर्पित हो जाते थे। चौटाला की ओर से किसान हित में किए गए कार्य हमेशा याद रहेंगे। बुढिय़ा ने कहा कि हमारे समाज में किसान ज्यादा हैं। जैन नहीं हैं। लेकिन समाज के युवाओं का दिमाग तेज है। उनका ध्यान शिक्षा की तरफ लाने की है। ताकि समाज उत्थान कर सके।