बताया जा रहा है कि, ग्वालियर के गोठ लोहिया बाजार में रहने वाली माधुरी सक्सेना का 19 मार्च 2022 को निधन हो गया था। उन्होंने अपने निधन से करीब 5 साल पहले 28 मार्च 2017 को बीमा सलाहकार सुषमा बंसल की मदद से बीमा पॉलिसी ली थी। इस पॉलिसी में माधुरी ने ग्वालियर के अचलेश्वर महादेव को नॉमिनी बनाया था। महिला ने ऐसा इसलिए भी किया क्योंकि, उसकी कोई संतान नहीं थी और वो अचलेश्वर महादेव की परम भक्त थी। इसलिए महिला ने नॉमिनी में किसी रिश्तेदार को ना बनाते हुए भगवान को बना दिया।
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दरअसल, अचलेश्वर महादेव मंदिर का संचालन अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास करती है और माधुरी के निधन के बाद उनकी बीमा राशि 7 लाख 42 हज़ार 982 रूपए न्यास के खाते में जमा हो गए। माधुरी की बीमा सलाहकार सुषमा बंसल मंदिर न्यास के अध्यक्ष एन.के मोदी से दिल्ली से ग्वालियर आकर मुलाकात की और उन्होंने माधुरी सक्सेना की पालिसी में भगवान अचलनाथ के नामिनी होने की जानकारी देते हुए पालिसी के कागजात भी सौप दिए हैं। न्यास ने इस राशि बीमा कंपनी के सामने क्लेम कर ली है। उन्होंने ये भी कहा कि राशि से वो माधुरी सक्सेना की स्मृति में कोई स्थाई चीज बनवा देंगे।