पोहरा गांव में 4 वर्ष पहले डैम का निर्माण हुआ था। डैम बनने से जलभराव ज्यादा होने के कारण 3 किलोमीटर दूर तक जलस्तर का अधिकतम भराव है। पहूंज नदी से मुस्लिमों को शव दफनाने के लिए गुजरना पड़ता है। मामले की शिकायत कई बार ग्रामीणों ने प्रशासन से की लेकिन इस ओर ध्यान नही दिया गया। विषय आग्रह करके पूर्व कलेक्टर ने नदी के पहले नरगढ़ गांव के पास मुक्तिधाम के लिए जमीन चिहिंत कर दी गई थी लेकिन कब्रिस्तान के लिए आज तक जगह नही मिल सकी।
पति के गम में 36 घंटे में पत्नी की भी मौत
31 अक्टूबर को सुबह 10 बजे उनाव निवासी एमयू खान का देहांत हो गया था। 36 घण्टे बाद ही पति के विलाप में उनकी पत्नी कनीज खातून खान का भी 1 नवंबर को रात्रि 10 बजे देहांत हो गया। शनिवार को उनके शव को दफनाने के लिए परिजनों समेत ग्रामीणजनों ने अंतिम यात्रा में 5 फुट गहरे पानी में से होकर निकलकर कब्रिस्तान पहुंच सके।