वहीं पुलिस को बिल्डर जितेंद्र झा की लाश के पास से एक सुसाइड नोट भी हाथ लगा है, जिसमें मृतक बिल्डर की ओर से लिखा गया था कि उनका बिजनेस पार्टनर देवेंद्र पाठक उनकी मौत का जिम्मेदार है। हालांकि पुलिस का दावा है कि जांच में सारा सच सामने आ जाएगा।
यह भी पढ़ें- तालिबानी सजा : युवक को बेरहमी से पीटा, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
क्या है मामला ?
दरअसल, शहर के सिरोल थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले एच ब्लॉक में बिल्डर जितेंद्र झा अपनी पत्नी त्रिवेणी झा और इकलौते बेटे अचल झा के साथ रहते थे। रविवार को सिरोल पुलिस को सूचना मिली कि यहां पूरा परिवार फांसी के फंदे पर लटका हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब घर के अंदर का मंजर देखा तो मौत का वो मंजर दिल दहला देने वाला था। जितेंद्र, त्रिवेणी और अचल तीनों के शव फांसी के फंदे से लटके हुए थे, वहीं जितेंद्र के दोनों हाथों की कलाइयों की नस चाकू से कटी हुई थीं और खून पूरे घर में बिखरा था। तत्काल पुलिस ने फोरेंसिक एक्सपर्ट को मौके पर बुलाया और मामले की जांच शुरू की। शुरुआती जांच में घटना आत्महत्या से जुड़ी लगी लेकिन जब घर के अंदर से सुसाइड नोट बरामद हुआ तो उसने आत्महत्या की सुई हत्या की तरफ मोड़ दिया।
सुसाइड नोट में लिखी है ये बात
बताया जा रहा है कि पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला है उसमें जितेंद्र ने लिखा है कि ‘मेरे बेटे की मौत का जिम्मेदार देवेंद्र पाठक है देवेंद्र पाठक साक्षी अपार्टमेंट के सामने वाली कॉलोनी में रहता है। देवेंद्र ने मेरे बेटे को बहुत परेशान किया था, इस वजह से उसने फांसी लगाई। देवेंद्र को कड़ी सजा दी जाए। यह आत्महत्या नहीं है।’ सुसाइड नोट के पिछले हिस्से पर पुलिस को 9 लाख रुपए के लेनदेन का हिसाब भी मिला है। ये रुपए मृतक जितेंद्र झा को अपने बिजनेस पार्टनर देवेंद्र पाठक से लेने थे।
यह भी पढ़ें- नया पश्चिमी विक्षोभ करने आ रहा है मौसम का डबल अटैक, शीतलहर के साथ बारिश का अलर्ट
अचल से क्या था आरोपी देवेंद्र का मामला ?
सुसाइड नोट के आधार पर अब पुलिस को आशंका है कि बिल्डर जितेंद्र झा के 17 साल के इकलौते बेटे अचल के साथ पार्टनर देवेंद्र झा ने कुछ ऐसा किया होगा, जिसे अचल झेल नहीं सका और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वही इकलौते बेटे की मौत को देखकर दोनों पति-पत्नी ने भी आत्महत्या की होगी। अचल के कमरे की खिड़की की ग्रिल टूटी मिली है, जिसके चलते पुलिस अब आत्महत्या के साथ साथ हत्या एंगलो पर भी जांच कर रही है।
शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में सामने आई ये बात
बता दें कि जितेंद्र झा बिल्डर थे और उनकी पत्नी त्रिवेणी आर्मी स्कूल मुरार में प्रिंसिपल थीं। फिलहाल तीनों शवों की शॉर्ट पीएम रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमें तीनों शवों के गले की हड्डी टूटी पाई गई है। ये स्थिति तब बनती है जब कोई खुद फांसी लगाए या हत्या के बाद उसे फंदे पर लटकाया जाए। फिलहाल, पुलिस को बिसरा जांच आने का इंतजार कर रही है, ताकि ये स्पष्ट हो सके कि उन्हें कोई जहरीला पदार्थ तो नहीं दिया गया था, क्योंकि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी इस घटना को सीधे तौर पर आत्महत्या नहीं मान रहे थे।
‘देवेंद्र के हाथ आते ही खुलेगी पूरी कहानी’
मामले को लेकर ग्वालियर एसपी राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि देवेंद्र के पकड़े जाने पर पूरी कहानी से पर्दा उठ सकेगा। क्योंकि सुसाइड नोट में उसी को जिम्मेदार ठहराया गया है। वहीं घटना के बाद से देवेंद्र और उसका पूरा परिवार गायब है, जिन्हें पुलिस तलाश रही है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई हैं, जो हर संभव जगह पर लगातार दबिश दे रही हैं। वहीं दूसरी तरफ मृतकों के परिजन ने सोमवार की सुबह चक्काजाम करते हुए आरोपी देवेंद्र को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और उसका घर तोड़ने की मांग की है। हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें कड़ी कारर्वाई करने का आश्वासन दिया है, जब कहीं जाकर परिजन ने प्रदर्शन खत्म किया।