राम मंदिर की नीव रखने के बाद महाकाल में दिखा दीवाली सा नजारा, राम स्वरूप में बाबा ने दिए दर्शन
-स्टेंडिंग ब्रीदिंग प्रैक्टिस
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सीधे खड़े होकर अपना एक हाथ सीने और एक हाथ पेट पर रखें। इसके बाद गहरी सांस लें। सांस लेते समय चेस्ट सामने की ओर आना चाहिए और पेट अंदर जाना चाहिए। इसके बाद कुछ समय के लिए श्वास को रोकें और धीरे-धीरे छोड़ें। ये आयाम 20 बार दोहराएं।
-उज्जायी प्राणायाम
आरामदायक आसन में बैठकर जोर से श्वास खीचें। सांस इस तरह से खीचें कि, वो गले से रगड़ते हुए अंदर तक जाए। इसमें गले से ध्वनि भी आती है। जब श्वास पूरी भर जाए तो उसे सामान्य रूप से छोड़ें। इसके साथ में कपालभाति का भी अभ्यास करें। ये फेंफडों के टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद करता है।
ये हैं खास आसन
इन दिनों योगाभ्यास में उष्ट्रासन, भुजंगासन, धनुरआसन, अर्धचक्रासन, पादहस्तासन का अभ्यास करें। यह सभी आसन फेफडों की क्षमता बढ़ाते हैं और फेफड़ों को खोलते हैं।