जो लोग प्रभावित हुए थे, उनका पुनर्वास नहीं किया है। महिला, पुरुष और बच्चे न्याय की गुहार में पहुंचे थे। बन्हेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत की शहर के कांति नगर में हत्या कर दी थी। उसकी हत्या के बाद विक्रम के परिजन ने गांव में आग लगा दी और लोगों के घर जला दिए। लोगों के घर तहस नहस हो गए। उनकी बोरवेल को भी पूर दिया गया।
ये भी पढ़ें : बेस्ट बैंड मेजर का अवॉर्ड लेकर लौटे सिंधिया फोर्ट स्कूल के वैभव, इन्हें दिया ‘गार्ड ऑफ ऑनर’
इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने वालों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है। पीडि़तों का पुनर्वास नहीं किया है। इस मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में उपवास किया। न्याय की गुहार लगाई। पीडितों का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई छूट गई है। खेती नहीं कर पा रहे हैं। ट्रैक्टरों में आग लगा दी है। बोर बंद किए जाने से ङ्क्षसचाई का साधन नहीं बचा है।
ये भी पढ़ें : राम आएंगे…की गायिका स्वाति मिश्रा के सुरों से सजेगा ‘लोकरंग’