सुरक्षा के लिए यह कदम जरूरी
पुलिसकमियों ने बताया कि वह इस समय अधिकतर अपनी ड्यूटी पर रह रहे हैं। चूंकि कोरोना से बचाव की कोई दवाई अभी तक नही आई है। ऐसे में खुद की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों ने यह कदम एहतिहात के तौर पर उठाया है।इससे पहले इंदौर शहर के पुलिसकर्मियों ने कोरोना से बचने के लिए सब इंस्पेक्टर (रेडियो) बीएम परिहार, सेंट्रल कोतवाली आरक्षक गणेश धार्मिक व पुलिस मोबाइल ड्राइवर दीपेश सोलंकी ने अपने बाल कटवाने की यह शुरुआत की थी। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चार दिन पहले ही थाना फतेहपुर सीकरी (आगरा) के इंस्पेक्टर ने 75 पुलिसकर्मियों के साथ बाल कटवाए थे। इसके बाद अब शिवपुरी जिले के सात पुलिसकर्मियों ने अपने बाल कटवा लिए है।
इसलिए सभी ने बाल कटवा लिए
आगरा के फतेहपुर सीकरे में 75 लोगों ने पिछले सप्ताह बाल कटवा लिए थे। उनका कहना था कि कई लोग मुंह पर मास्क लगा रहे हैं और सिर को भी ठक रहे हैं। डाक्टर भी कहते हैं कि कोरोना वायरस सिर के बालों में भी चिपक सकता है। वह सांस के साथ भीतर जा सकता है, इसलिए सभी ने बाल कटवा लिए। बाल कटवाने से सभी सहमत थे। बाल कटवाने में भी सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया था। यह भी कहा गया कि मुंडन करवाने से पुलिस प्रोटोकॉल का कोई उल्लंघन नहीं होता है। जबकि लंबे बाल रखना अनुशासन के खिलाफ है, लेकिन छोटे कराना या मुंडन करवाने में कोई अड़चन नहीं है।
इन पुलिसकर्मियों ने कराया मुंडन
जिन पुलिसकर्मियो ने मुंडन कराया है उनमें एएसआई जितेन्द्र यादव,आरक्षक नरेश दुबे,दिलीप राजावत,नीतू सिंह,ओम सिंह व कुल 7 पुलिसकर्मी शामिल हैं। यहां बता दें कि इन पुलिसकर्मियों से पूर्व कुछ मुस्लिम समाज के लोग भी इसी तरह से अपने बाल कटवा चुके है।