हालांकि जीत का अंतर 5 हजार तक पहुंच गया था, लेकिन आखिरी में जीत का अंतर कम हो गया। नारायण पर जीत की खुशी चेहरे पर साफ नजर आ रही थी, उतना ही जोश कार्यकर्ताओं में भी था। मतगणना स्थल पर जैसे ही आखिरी राउंड में जीत की घोषणा की जयश्री राम के नारे लगने लगे।
साफ छवि की नेता
लगातार पांच साल से सक्रिय राजनीति से दूर थे, लेकिन समाज में अपनी एक अलग पकड़ थी। साफ-सुथरी छवि का विधानसभा चुनाव-2023 में इसका फायदा मिला। पार्टी कार्यकर्ताओं ने जीत के लिए एक जुटकर होकर काम किया, जो जीत का कारण बना।
लाड़ली बहना और जातिगत वोटों ने दिलाई जीत
जीत में लाड़ली बहना योजना का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसके अलावा कुशवाह समाज और व्यापारियों ने एक जुट होकर भाजपा के पक्ष में वोटिंग की। कांग्रेस का विरोध भी भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हुआ। वहीं कई कांग्रेस कार्याकर्ताओं ने अदंरुनी तौर पर काम नहीं किया, जिसका लाभ भी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कुशवाह को मिला।
Congress : प्रवीण पाठक : वोट मिल : 79,781
सभी को सम्मान मिलेगा
विनम्रता के साथ काम करके दिखाऊंगा। सभी को प्यार और सम्मान मिल सके, ऐसा प्रयास रहेगा।
– नारायण सिंह कुशवाह, भाजपा
क्षेत्रीय जनता से कोई शिकायत नहीं
हार के कारणों का विश्लेषण करेंगे। कहां क्या कमी रही, समीक्षा की जाएगी। क्षेत्र की जनता से कोई शिकायत नहीं है। जनता के बीच उपलब्ध रहूंगा।
प्रवीण पाठक, कांग्रेस