ग्वालियर से 20 किलोमीटर दूर जौरासी हनुमान मंदिर के नजदीक महालक्ष्मी अष्टलक्ष्मी का निर्माण किया जा रहा है। करीब 11 करोड़ की लागत से बनने वाले इस मंदिर का निर्माण सूर्य-शनि की युति से शहर के विकास में उत्पन्न हो रही बाधा को दूर करेगा। खास बात यह है कि ट्रस्ट हनुमान मंदिर जौरासी घाटी प्रबंधन दान की राशि सेे इस मंदिर का निर्माण कर रहा है।
महालक्ष्मी मंदिर की प्राण.प्रतिष्ठा अगले वर्ष शारदीय नवरात्र में होगी। ट्रस्ट हनुमान मंदिर जौरासी घाटी के अध्यक्ष सुरेश चतुर्वेदी ने बताया कि मंदिर के लिए वियतनाम के मार्बल से आदिलक्ष्मी धन लक्ष्मी धान्य लक्ष्मी गज लक्ष्मी संतान लक्ष्मी वीर लक्ष्मी जय लक्ष्मी और विद्या लक्ष्मी की प्रतिमाओं का निर्माण प्रारंभ हो गया है। भगवान गणेश व माता सरस्वती की प्रतिमाएं भी बनाई जा रही हैं।
इससे पूर्व राजस्थान के गुलाबी पत्थर से 40 नक्काशीदार मेहराब तैयार हो चुके हैं। 11 करोड़ से बनाए जा रहे इस मंदिर का निर्माण लगभग पूूरा हो चुका है। महालक्ष्मी का यह मंदिर जौरासी हनुमान मंदिर के ठीक पीछे है। तीन बीघा क्षेत्र में बनने वाले इस मंदिर की ऊपरी मंजिल पर प्रतिमाओं की स्थापना होगी। यहां संत निवास भी बनाया जाएगा।