तत्कालीन सिंधिया महाराज ने कई कृषि कार्यों जुटे कई लोगों को जमींदार बना दिया। इसके बाद पटियाला से आए सिक्ख परिवार के अन्य सदस्य व रिश्तेदार भी ग्वालियर आकर बस गए। धीरे-धीरे यह कुनबा बढ़ता गया। सिक्खों की मेहनत को देखकर अन्य समाज के लोग भी मेहनत करने लगे और संभाग में फसल की स्थिति बेहतर हो गई।
बिजनेस और सोशल एक्टिविटी में भी इन्वॉल्व
फूलबाग स्थित गुरुद्वारे के विशेष सलाहकार निर्मल सिंह ने बताया, सिक्खों का एक समूह वर्षों पहले ग्वालियर आया था। आज संभाग भर में लगभग ३ लाख सिक्ख हैं। अब सिक्ख केवल कृषि कार्य तक ही सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि उन्होंने बिजनेस में काफी ग्रो किया है। अब वह बड़ी जॉब के साथ ट्रांसपोर्टेशन, बिजनेस में भी हाथ अजमा रहे हैं। साथ ही सोशल एक्टिविटी में भी इन्वॉल्व हैं। वर्तमान में सिक्ख समुदाय के लोग गुरुद्वारे में चलने वाले लंगर के माध्यम से समाज के एक तबके को लाभ पहुंचा रहे हैं। कई संगठन एवं संस्थाओं के माध्यम से भी उनकी सेवाभाव में भागीदारी निभा रहे हैं।
गुरु नानक जयंती : समाज में रहकर अच्छे कार्य करो ये संदेश दिया दुनिया को और सिखाया यह पाठ
गुरुनानक के यह थे,सिद्धांत आज भी है प्रासंगिक
1. ईश्वर एक है।
2.सदैव एक ही ईश्वर की उपासना करो।
3. जगत का कर्ता सब जगह और सब प्राणी मात्र में मौजूद है।
4. सर्वशक्तिमान ईश्वर की भक्ति करने वालों को किसी का भय नहीं रहता।
5. ईमानदारी से मेहनत करके उदरपूर्ति करना चाहिए।
6. बुरा कार्य करने के बारे में न सोचें और न किसी को सताएँ।