मामला ग्वालियर के बागचीनी इलाके के कटबरी हनुमान मंदिर का है। जहां बीपी ज्वेलर्स के मालिक ने अपने मुनीम शैलू को तीन किलो से अधिक बजन के गहने जौरा और कैलारस के सराफा दुकानों के लिए भेजे थे।इसी बीच ताक लगाकर बैठे हाथियारों से लैस बदमाशों ने मुनीम और ड्राइवर से मारपीट कर गहने लूट कर भाग गए।जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जांच में पाया कि ड्राइवर ने ही अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर पूरी कहानी रची। पुलिस ने इस मामले में ड्राइवर रविंद्रपाल सहित चार लोगों को आरोपी बनाया है।
दो अन्य आरोपी विवेक यादव और सतेंद्र यादव फरार हो गए थे।पुलिस इनको ढूढ़ने का लगातार प्रयास कर रही थी।जिसके बाद पुलिस को लगा कि कहीं आरोपी जेवरों को गलाकर बदल ना लें। इसी को लेकर जगह-जगह पुलिस ने पीछा कर रही थी लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा था। इसके बाद किसी तरह आरोपी सतेंद्र पुलिस के हत्थे चढ़ा और पुलिस उसे लेकर उसके खेत पहुं गई।जिसके बाद पुलिस ने खेत में खड़ी सरसों को कटवाया और फिर ट्रैक्टर से जुतवाया। फिर खबर मिली की सतेंद्र का पिता पहलवान फरार है। पुलिस को पहलवान पर शक हुआ और लगभग 20 दिनों बाद वह पुलिस की गिरफ्त में आया।तब कहीं जाकर पहलवान ने बताया कि गहनें शौचालय में हैं।पुलिस ने जेवरों को जब्त कर लिया और इस मामले में पहलवान को आरोपी बनाया है।