साथ ही अधीनस्थों के साथ बैठक करते हुए पुलिस को हर स्थिति से निपटने को तैयार रहने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर संवेदनशील कालोनी, मोहल्ले, कस्बों को चिह्नित करते हुए वहां की पूर्व की साम्प्रदायिक स्थिति के दृष्टिगत पुलिस बल लगाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। शहर के अति संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले इलाकों पर विशेष सतर्कता बरतने के भी निदेर्श दिए गए है। साथ ही पुलिस की सभी छुट्टियां निरस्त कर दी गई है और विशेष परिस्थिति में पुलिसकर्मियों को अवकाश दिए जाने की बात कही गई है।
मिश्रित क्षेत्र में सुरक्षा प्लान
एसएसपी ने बताया कि धार्मिक स्थलों को लेकर सुरक्षा प्लान तैयार किया है। जैसे हिंदू मंदिर है और वह मुस्लिम बहुल आबादी में स्थित है। वहीं मस्जिद है और वह हिंदू बहुल आबादी में स्थित है। इनकी संवेदनशीलता व उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्लान बनाया गया है।
सोशल साइट्स फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप आदि पर धार्मिक, राजनीतिक और मंदिर प्रकरण संबंधित अफवाह न फैलाये जाने की अपील पुलिस द्वारा की जा रही है। इसको लेकर पुलिस ने आईटी-साइबर सेल को एक्टिव कर दिया है।
सुरक्षा व्यवस्था के मददेनजर किसी भी परिस्थति से निपटने को लेकर पुलिस कर्मियों को अभ्यास कराया जा रहा है। चेतक, दंगा नियंत्रक दस्ता, पीआरवी, थाना पुलिस की सभी गाडिय़ों को चेक कराया जा रहा है। जरूरी असलाह आदि को भी चेक कराया गया है। इसमें गाडी के अंदर बाडी प्रोटैक्टर, डंडा, टार्च, हेलमेट, रबर बुलेट गन, असलाह, फस्र्टएड बॉक्स आदि चेक कराये गए हैं।
अगर उपद्रव या भीड़ के बीच में पुलिस टीम है और किसी प्रकार का उच्चाधिकारियों का आदेश मिलता है, उसके हिसाब से निपटने के लिये भीड़ में सुरक्षा घेरा बनाने, उपद्रवियों को खदेडऩे,रबर बुलेट,आंसू गोले चलाने,डंडा चलाने के लिये सीटी बजा कर संकेत जाएगा।
मंदिर प्रकरण पर निर्णय आने को लेकर ग्वालियर चंबल संभाग में खुफियातंत्र सक्रिय हो गया है। मिश्रित आबादी वाले इलाकों पर विशेष नजर रखे हुए हैं। आईबी, इंटेलीजेंस आदि एजेसियां अपने स्तर से संदिग्धों पर निगरानी रखे हुए हैं।