एसएएफ के जवान देवेन्द्र सिंह सिकरवार निवासी सिकंदर कंपू (गिरवाई) ने 8 दिसंबर को जहर खाकर सुसाइड किया था। परिजन ने उस वक्त पुलिस को बताया था देवेन्द्र बाहर से घर लौटे थे। थोडी देर बाद उनकी हालत बिगड़ी तब पता चला कि उन्होंने जहर खा लिया। उस वक्त देवेन्द्र की हालत कुछ बताने की नहीं थी। उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए। कुछ देर इलाज के बाद देवेन्द्र सिंह ने दम तोड़ दिया। देवेन्द्र सिंह का पुश्तैनी घर तोर गांव (मुरैना) में है। परिजन उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए वहां ले गए।
थाने पहुंचे परिजन, बोले दोषी को सजा दिलाओ
गिरवाई थाना टीआई सुरेन्द्रनाथ यादव ने बताया,आरक्षक देवेन्द्र सिंह की बेटी नेहा और अमन चाचा और रिश्तेदारों के साथ आए थे। उनका कहना था हमें तो कानों कान खबर नहीं हुई कि पिता (देवेन्द्र ) ऐसा कदम उठा सकते हैं। अगर आभास होता तो शायद उनकी जान बचा लेते। हम तो परेशान हैं। अब पुलिस से ही इंसाफ की उम्मीद है। पुलिस पता लगाए कि आखिर पिता (देवेन्द्र) की मौत का जिम्मेदार कौन है। उसे तो सजा मिलना वाहिए।
डयूटी पर नशे की शिकायत तब हटाया
आरआई रंजीत सिंह सिकरवार ने बताया देवेन्द्र पुत्र दर्शन सिंह सिकरवार 11 दिसंबर 2024 से 4 जनवरी तक आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी के यहां सुरक्षा डयूटी में थे। चार जनवरी को आशीष के यहां शराब पीकर ड्यूटी करने पहुंचने की शिकायत पर उन्हें ड्यूटी से हटा लिया गया था और उनका मेडिकल चैकअप कराया था। दूसरे दिन से देवेन्द्र ड्यूटी से अनुपस्थित हो गए तो 8 जनवरी को उनकी ड्यूटी बदल दी गई थी। इन बिंदुओं पर जांच
- आरक्षक किस बात से परेशान थे उनके सहकर्मी गार्ड से भी पूछताछ की जा रही है।
- आरक्षक से नजदीकी रखने वालों से भी पूछताछ की जाएगी।
- आरक्षक का ड्यूटी का बैकग्राउंड भी खंगाला जा रहा है।
आरक्षक की मौत गंभीरता से जांच
47 साल के आरक्षक की मौत गंभीर घटना होती है। किन परिस्थितियों में उन्होंने सुसाइड किया है। इसकी जांच की जा रही है। जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।