ग्वालियर। प्रदेश के चार मेडिकल कॉलेजों में 100-100 सीट और एक में 50 एमबीबीएस सीट की वृद्धि का रास्ता साफ हो गया है। इस तरह मेडिकल कॉलेजों में 450 सीट की बढ़ोतरी होगी, जिन पर 562 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। आर्थिक सहायता विश्व बैंक मुहैया कराएगा। दरअसल, बजट के अभाव में बीते चार साल से सीट वृद्धि का मामला अटका हुआ था। गजराराजा मेडिकल कॉलेज (जीआरएमसी) में 100 सीट की वृद्धि होगी। यानी यहां एमबीबीएस सीट150 से बढ़कर 250 हो जाएगी। यहां सीट वृद्धि का खर्चा 125 करोड़ आएगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से सीट वृद्धि के प्रस्ताव को हरी झंडी मिली है। संचालक चिकित्सा शिक्षा ने सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन को गेप एनालिसिस कर जानकारी भेजने को कहा है। साथ ही लोनिवि की इकाई पीआईयू के चीफ इंजीनियर की देखरेख में खर्च का आंकलन करने के लिए एक कमेटी बनाई है, जो डीपीआर तैयार कर विभाग को सौपेंगी। ग्वालियर 100 इंदौर 100,जबलपुर 100 और भोपाल 100 और रीवा मेडिकल कॉलेज में 50 सीटों की बढ़ोतरी होगी। क्यों पड़ी आर्थिक मदद की जरूरत मेडिकल कॉलेजों की सीटें बढ़ाने के लिए सबसे पहले इन्फ्रास्ट्रेक्चर की आवश्यकता होगी। केन्द्र ने इससे पहले जीआरएमसी की 140 सीटों को 150 करने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने के लिए 12 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए थे। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने भी लगभग 4 करोड़ रुपए खर्च किए। मिल चुकी है अनुमति “हमें 450 सीट बढ़ाने की अनुमति मिल गई है। गेप एनालिसिस की जानकारी कॉलेजों से मांगी जा रही है। एक सीट पर सवा करोड़ रुपए खर्च आ रहा है।“ डॉ. जीएस पटेल, संचालक चिकित्सा शिक्षा