बात करें ग्वालियर जिले के अंतर्गत आने वाली डबरा तहसील के सेंकरा और खेड़ीरायमल गांव बाढ़ आने के बाद यहां फंसे लगभग 525 लोगों को एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू कर निकाला गया। जबकि, दतिया में किले की दीवार ढहने के बाद इसी शहर में एक दो मंजिला मकान भी बारिश के चलते ढह गया। यहां भी चंद सेकंडों पहले मकान में रह रहा परिवार भागकर बाहर आया, वरना यहां भी बड़ा हादसा हो सकता था। जबकि जबलपुर में डुबना एयरपोर्ट की दीवार ढह गई। भिंड जिले में तीन नदिया खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। यहां 50 से ज्यादा गांवों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
यह भी पढ़ें- एमपी के 10 वर्ल्ड फेमस पिकनिक स्पॉट्स, मानसून में यहां के नजारे कभी भूल नहीं पाएंगे आप भिंड में स्कूल की छत गिरी
भिंड में एक स्कूल की छत गिरने से हादसा टल गया। स्कूल में अवकाश था। ग्वालियर में 14 सितंबर तक सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। जबकि, शिवपुरी में भी भारी बारिश के कारण आंगनवाड़ी और प्राइमरी स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है। अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश में ग्वालियर-चंबल,
जबलपुर और
भोपाल संभाग के जिलों में बारिश से हालात बेहद खराब हैं।
जिलों में अलर्ट जारी
हर ओर पानी ही पानी है। पानी की निकासी के लिए बांधों के गेट खोले गए हैं। वहीं, मालवा-निमाड़ अंचल में भी बारिश से जलभराव के हालात हैं। मौसम विभाग के इनपुट के आधार पर, शासन स्तर से सभी जिलों के जिलों अलर्ट पहले से ही जारी किया गया है। यह भी पढ़ें- 400 साल पुराने दतिया किले की दीवार ढही, मलबे से 7 शव निकले, 2 की हालत गंभीर 4 दिन भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने विशेष रूप से दोनों संभागों के जिलों के लिए अगले चार दिन भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आपात बैठक बुलाकर वर्षा से उपजे हालात की समीक्षा की और अधिकारियों और रेस्क्यू टीमों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। साथ ही बाढ़ नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे सक्रिय रहने के आदेश दिए हैं।