दो इंस्पेक्टर के साथ आठ जवान तैनात
कैदी वार्ड में भर्ती डकैत की सुरक्षा में चौबीस घंटे पुलिस तैनात की गई है। इसमें दो इंस्पेक्टर के साथ आठ जवानों को यहां पर तैनात किया गया है। वहीं डकैत तक सिर्फ कुछ ही डॉक्टर पहुंच पा रहे हैं। कैदी वार्ड के आसपास भी विशेष सुरक्षा की गई है।
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माइनिंग की वसूली था मुख्य जरिया
डकैत गुड्डा गुर्जर की आमदनी का मुख्य जरिया माइनिंग की वसूली था। यह मुरैना, शिवपुरी के साथ ग्वालियर के तिघरा और आसपास के क्षेत्रों में पत्थर की वसूली करता था। इसमें खास बात यह है कि इसकी किसी ने शिकायत तक नहीं की। इन्हीं पैसों में से आसपास के क्षेत्र में जमीन भी खरीदी है। यह कभी भी सुर्खियों में नहीं रहा। हमेशा दबे पांव काम करता था। गुड्डा की गैंग कभी भी बड़ी नहीं रही है। इसके चलते कम से कम लोगों को अपने साथ रखता था। बीस साल में कभी अरेस्ट नहीं हुआ। कई बार तो पुलिस पास से ही निकल गई, लेकिन इसे अरेस्ट नहीं कर सकी। राजस्थान से एक लाख रुपए में यह रायफल खरीद कर लाया था।
आइसीयू में आई परेशानी
बुधवार की देर रात को मुठभेड़ में घायल होकर गुड्डा गुर्जर को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। इसके चलते रात से ही यहां भारी सुरक्षा व्यवस्था हो गई। वहीं पहले से ट्रॉमा सेंटर में भर्ती मरीजों को डकैत के आने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। डकैत की सुरक्षा को लेकर पुलिस टीम ने ट्रॉमा सेंटर को घेर लिया था। इससे रात में यहां भर्ती मरीजों के परिजन तक भी अंदर नहीं आ जा सके। इसके बाद सुबह ही घायल डकैत की हालत ठीक होने पर उसे कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया।
13-14 लोगों में बटेंगे 60 हजार
कुख्यात डकैत को पकड़ने पर पुलिस टीम को 60 हजार का पुरस्कार दिया जाएगा। बुधवार को डकैत को पकड़ने के लिए पुलिस के 13 से 14 लोगों की टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इन सभी को जल्द ही यह राशि दी जाएगी।
डकैत गुड्डा गुर्जर की हालत ठीक है। वह अब कैदी वार्ड में आ गया है। दिन में उससे बातचीत की गई। जिसमें उसने कई राज बताए हैं। माइनिंग की वसूली से कुछ जमीन खरीदी थी।
-अमित सांघी, एसएसपी
डकैत गुड्डा गुर्जर के उल्टे पैर में गोली लगते हुए बाहर निकल गई थी। इससे इससे हालत अब ठीक है।
-डॉ. अभिलेक मिश्रा, इंचार्ज ट्रॉमा सेंटर