ग्वालियर। ग्वालियर भारत के मध्य प्रदेश प्रान्त का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। भौगोलिक दृष्टि से ग्वालियर मप्र के उत्तर में स्थित है। ऋषि गालव के नाम पर शहर का नाम ग्वायिलर पड़ा।
यह शहर गुर्जर प्रतिहार, तोमर तथा कछवाहा राजवंशों की राजधानी रहा है। इस शहर में इनके द्वारा छोड़े गए प्राचीन चिन्ह स्मारक, किला, महलों के रूप में मिल जाएंगे। सहेज कर रखे गए अतीत के भव्य स्मृति चिन्ह इस शहर को पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण बनाते हैं।
यह हर वर्ष लाखों की संख्या में पयर्टक आते हैं। ग्वालियर में स्थित सूर्य मंदिर कोणार्क (उड़ीसा) के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर की प्रतिकृति है। यह सूर्य देवता को समर्पित ग्वालियर में एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यह मुरार क्षेत्र में स्थित है। शहर में नवनिर्मित मंदिरों में से एक है।
बताते हैं कि सूर्य की पहली किरण मंदिर में स्थित भगवान की प्रतिमा पर पड़ती है। इसका निर्माण प्रसिद्ध उद्योगपति जीडी बिड़ला ने सन् 1988 में बनवाया था। मंदिर के बाहरी दीवारों को लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है, जबकि अंदरूनी हिस्सा सफेद संगमरमर से निर्मित है। मंदिर की बाहरी दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र पत्थरों पर अंकित है।