क्या होता है एक्यूआई
वायु प्रदूषण की मात्रा को मापने के लिए एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स का इस्तेमाल किया जाता है। एक्यूआई की वैल्यू जितनी अधिक होती है वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही ज्यादा होता है। कई मशीन के माध्यम से हवा का सैंपल लिया जाता है और उसमें से ओजोन, पीएम 10 व 2.5, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड व अमोनिया की मात्रा को निकालकर एक फॉर्मूले में रखा जाता है। उससे जो वैल्यू आती है उसे एक्यूआई कहा जाता है।एक्यूआई का पैमाना
-0 से 50 होने पर गुड श्रेणी-51 से 100 पर संतोषजनक
-101 से 200 तक मॉडरेट
-201 से 300 में पुअर श्रेणी
-301 से 400 पर सीवर श्रेणी
-400 से 500 पर काफी खतरनाक
प्रदूषण बढऩे के कारण
-दिल्ली से लगातार दूषित हवा आने के साथ ही लगातार बढ़ती सर्दी से प्रदूषण बढ़ रहा है।-शहर की जर्जर सडक़ें।
-भवन सहित अन्य निर्माण कार्य।
-पराली व कचरे का लगातार जलाए जाना।
-सडक़ों पर पानी का छिडक़ाव कम होना।
-लैंडफिल साइट व बरा में लगातार आग का लगना।
प्रदूषण से बचाव के उपाय
-अधिक से अधिक पौधे लगाए जाए।-सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और जलविद्युत ऊर्जा का उपयोग किया जाए।
-सार्वजनिक परिवहन का उपयोग अधिक करें और वाहनों का उपयोग कम।
-धूम्रपान कम से कम किया जाए।
-उद्योगों से निकलने वाले धुएं को नियंत्रित किया जाए।
-शहर में निर्माण कार्य कम हो या ढंककर ही करें।
-शहरवासी मास्क पहनकर ही निकलें।