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ग्वालियर

थाने में झगड़े पड़ोसी मारपीट, गाडिय़ां तोडी,

अस्पताल मेंं पुलिस को घेरा

ग्वालियरAug 29, 2022 / 01:16 am

Puneet Shriwastav

quarrel between the neighbors

थाने में झगड़े पड़ोसी मारपीट, गाडिय़ां तोडी,

ग्वालियर। पड़ोसियों के बीच झगड़ा थाने में भी काबू नहीं आया, दोनों ने पुलिस के सामने मारपीट की। थाने में रखी गाडिय़ां भी तोड़ दी। उत्पात मचाने वालों को किसी तरह काबू तो कर लिया। लेकिन मामला थमा नहीं। एक आरोपी ने हवालात में आकर तबियत बिगडऩा बता दिया।
हालात को भांपकर उसे सिविल अस्पताल हजीरा में भर्ती कराया। रविवार सुबह उसे कोर्ट में पेश करने की बारी आई तो आरोपी और उसके परिजन पुलिस पर हावी हो गए। उनका आरोप था पुलिस बीमारी को अनदेखा कर रही है। उसकी जिदंगी को खतरे में डाल रही है। इसलिए परिजन पुलिस की गाडी के सामने लेट गए। करीब आधा घंटे तक बवाल किया।
पुलिस ने बताया चंदननगर में विपिन तोमर का पड़ोसी अजीत भदौरिया से शनिवार रात झगड़ा हो गया। दोनों हजीरा थाने पहुंच गए। वहां पुलिस के सामने मारपीट की। उन्हें रोका तो थाने में रखी गाडिय़ां तोड़ी। घटना में अजीत की तबियत बिगड़ गई।
उसे सिविल अस्पताल हजीरा में भर्ती कराया। सुबह कोर्ट ले जाना था। तब अजीत और उसके परिजन ने हंगामा कर दिया। पुलिस पर अजीत को पीटने के आरोप लगाए। अजीत को ले जाने से रोकने के लिए उसके चाचा अजीत भदौरिया पुलिस की गाडी के आगे लेट गए। उन पर भी शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया है।
पुलिस ने झूठा फंसाया
अजीत के परिजन का आरोप है, अजीत और विपिन के बीच झगडा हुआ था। अजीत शिकायत करने थाने गया। उस पर केस ठोंक दिया। उसकी तबियत बिगड़ी तो पुलिस उसे सिविल अस्पताल ले गई। सुबह उसका बीपी बढ़ा था। चिकित्सकों ने जेएएच ले जाने के लिए कहा। लेकिन पुलिस तीन घंटे टालती रही। उसकी वजह नहीं बताई। परिवार के साथ पुलिस ने अभद्रता की।
इनका कहना है
पुलिस पर आरोपी ने हावी होने की कोशिश की, इसमें उसके परिजन भी शमिल रहे। इसलिए वाहन रोकने की कोशिश करने वाले पर शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज किया है। थाने और अस्पताल में हंगामा करने वाले को जेल भेजा है।
मनीष धाकड़ हजीरा टीआई

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