दरअसल कॉलेजों की संबद्धता के लिए विश्वविद्यालय से निरीक्षण कमेटी भेजी जाती हैं। इन कमेटियों का गठन डीसीडीसी कार्यालय से किया जाता है। कमेटियां जो निरीक्षण रिपोर्ट देती हैं, उसके आधार पर कॉलेजों को संबद्धता दी जाती है। पिछले 10 साल में कमेटियों ने जो निरीक्षण किए, उनकी रिपोर्ट दी। कागजों में जो कॉलेज संचालित थे, उनको भी संबद्धता मिल गई। कॉलेज के पास खुद के भवन व शिक्षक नहीं थे। उन्हें लगातार संबद्धता मिली।
कोविड-19 के दौरान नहीं हुआ था निरीक्षण
कोविड-19 के दौरान कॉलेजों का निरीक्षण नहीं हुआ था। कॉलेजों को पुराने रिकॉर्ड के आधार पर संबद्धता दी गई थी। 2022-23 में कमेटियों ने निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का रिकॉर्ड कार्यालय में मिला है।
58 कॉलेजों के निरीक्षण में 23 कॉलेजों का फजीवाड़ा हुआ है उजागर
जिले के 137 कॉलेजों में से 23 कॉलेजों का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। इन कॉलेज में शिक्षकों की उपस्थिति नहीं मिली है। शिक्षकों की भर्ती कागजों में है। वेतन देने का स्टेटमेंट भी नहीं दिखा पाए हैं।