स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा प्रोजेक्ट का उद्घाटन 8 महीने देर से 4 सितंबर किया गया। इसके लिए शहर में 45 डॉक स्टेशन बनाए गए हैं, जहां करीब 480 साइकिल रखी गई हैं। इन साइकिलों पर बार कोड लगा है, जिसे स्कैन करने पर ही लॉक खुलता है। लेकिन कई स्टैंड पर रखी साइकिल का बार कोड स्कैन नहीं हो रहा है, जिससे साइकिल का लॉक नहीं खुल रहा है, इसके अलावा लॉक बंद करने में भी कई बार समस्या आ रही है। साईं बाबा मंदिर के पास बने स्टैंड पर दो दिन से यह समस्या आ रही है, जिसके कारण लोग साइकिल का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा कई अन्य जगहों पर भी बार कोड स्कैन करने की समस्या आ रही है। अधिकारियों के अनुसार सर्वर में तकनीकी खामी के कारण यह समस्या आ सकती है।
पांच दिन में ही साइकिलों का खराब होना भी शुरू हो गया। साईं बाबा मंदिर के पास स्टैंड पर उद्घाटन के समय से ही एक साइकिल खराब रखी है, इसे अभी तक हटाया नहीं गया है। इसके अलावा महाराज बाड़ा पर भी कुछ साइकिल खराब हो गई हैं।
स्टैंडों पर साइकिलों के साथ असामाजिक तत्व भी तोड़ फोड़ कर रहे हैं। कंपनी ने महाराज बाड़ा पर ऐसी दो साइकिलों को हटाया है, जिनमें तोड़ फोड़ की गई थी। स्मार्ट सिटी अधिकारियों ने पहले दावा किया था कि अगर कोई बाइक के साथ गड़बड़ी करेगा तो इसकी सूचना मिल जाएगी और उन्हें पकड़ा जा सकेगा। अगर बाइक खराब होती है तो उसका भी पता कर वहां इमरजेंसी वाहन पहुंचेगा, जो बाइक को गाड़ी में रखकर वर्कशॉप भेजेगा और दूसरी बाइक संबंधित व्यक्ति को उपलब्ध करा दी जाएगी, लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं हो पा रहा है।
अंकित शर्मा, ईई, स्मार्ट सिटी कंपनी
बाइक के बार कोड स्कैन करने में परेशानी आ रही है। कई बार लॉक भी बंद नहीं होता है, जिससे समय बर्बाद होता है। लॉक बंद नहीं होने से राइड भी समाप्त नहीं होती।
साईं बाबा मंदिर स्टेशन पर उद्घाटन के समय ही एक साइकिल खराब हो गई थी, तब से इसे बदला नहीं गया है। यहां पर कुछ साइकिल के बार कोड स्कैन करने में भी परेशानी आती है।