ग्वालियर। जीवाजी यूनिवर्सिटी (जेयू) में यूजी थर्ड और पंचम सेमेस्टर सेमेस्टर परीक्षा सेंटर बनाने के लिए जिस तरह अधिकारियों ने आकस्मिक ईसी बुलाकर बिना मिनिट्स निकाले मनमर्जी से परीक्षा सेंटर बनाए। उससे पूरे प्रदेश में ईसी का मजाक उड़ा। जेयू कार्यपरिषद सदस्य इससे नाराज है। वे वुधवार को होने वाली ईसी की बैठक में प्रबंधन से पूरा हिसाब लेंगे। इस मामले पर काफी हंगामा होने के आसार हैं।
सूत्रों के अनुसार ईसी में टेबल से कुलसचिव डॉ.आनंद मिश्रा के कार्यकाल बढ़ाने का प्रस्ताव भी आ सकता है। इसके लिए कुलपति बंगले पर पूरे दिन बैठकों का दौर जारी रहा। सूत्रों की मानें तो इस काम में कुछ ईसी मेंबर रोड़ा बने हुए हैं, उनको मनाने के लिए दिनभर मशक्कत की गई। वहीं एक अधिवक्ता ने एनवक्त पर जेयू प्रबंधन सहित कई ईसी मेंबरों को कोर्ट का नोटिस थमा कर सनसनी फैला दी है।
जेयू प्रबंधन ईसी की बैठक में करीब २० करोड़ से अधिक का घाटे का बजट रखेगा। इसी के साथ प्री एंड पोस्ट मामले में जेयू प्रबंधन किसी बड़ी फर्म का प्रस्ताव रख सकता है। बैठक में तीन महीने लेट होने वाले सत्र का मामला भी उठ सकता है।
“परीक्षा सेंटरों के मामले में जेयू अधिकारियों ने जमकर मनमानी की है। हद तो तब हो गई जब भिंड कलेक्टर के नाम पर ही दो फर्जी परीक्षा सेंटर बना दिए। अधिकारियों को जब ऐसा ही करना था तो ईसी बुलाने की क्या जरूरत थी। इसी कारण सत्र तीन महीने लेट हुआ, इसका जवाब मांगा जाएगा।“
राजीव अग्रवाल, ईसी मेम्बर, जेयू
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