जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने पर परिषद में भाजपा पार्षदों ने डेस्क बजाकर स्वागत किया, लेकिन कांग्रेस पार्षद शांत नजर आए। इस पर भाजपा पार्षद सतीश बोहरे ने कहा कि कांग्रेस पार्षद देश की सरकार के इस निर्णय का स्वागत क्यों नहीं कर रहे हैं। जिस पर कुछ समय के लिए हंगामा हुआ।
कोटेश्वर महादेव मंदिर पर मेले की जमीन पर हो रहे निर्माण कार्य के मामले को पार्षद जयसिंह सोलंकी ने फिर उठाया। उन्होंने कहा कि यह जमीन मंदिर की सरकारी जमीन है, इस पर अवैध निर्माण कार्य रुकवाने के लिए पूर्व में मुद्दा उठाया था। इस पर आयुक्त ने कहा कि यह जमीन किसकी है, इसको लेकर कलेक्टर कार्यालय को पत्र लिखा गया है। इस पर भाजपा पार्षदों ने कहा कि निर्माण कार्य रोका जाए। इस पर कांग्रेस पार्षदों ने विरोध किया और अध्यक्ष की आसंदी घेरी। इसके बाद पांच मिनट के लिए परिषद की कार्यवाही रोकी गई।
नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित ने कहा कि शहर में सालों पुरानी पाइप लाइन टूटने से लोगों के घरों में शुद्ध पानी नहीं आता है, इसलिए पानी के बिल पर फिल्टर के बाद पानी की गुणवत्ता का मापदंड अंकित हो। पंप बोर के पानी की गुणवत्ता और तिघरा के पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए तीनों विधानसभा क्षेत्रों में निगम की लैब हो, जहां लोग आसानी से पानी की जांच करा सकें। अमृत की लाइन से भी शहर में बढ़ी समस्या पार्षदों ने कहा कि गंदे पानी की समस्या अमृत की लाइन से बढ़ी है। प्राइवेट कंपनियां कहीं भी खुदाई कर देती हैं, जिससे पुरानी लाइनों को नुकसान हो रहा है। अमृत योजना में गड़बड़ी हो रही है। पार्षद सुरजीत भदौरिया ने पानी की टंकी की सफाई की ओर ध्यान आकर्षित कराया। पार्षद बाबूलाल चौरसिया ने पार्षदों को लेपटॉप न मिलने की बात कही। पार्षद हरिपाल ने निगम के सब इंजीनियर केसी अग्रवाल द्वारा मनमानी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूर्व में लापरवाही के आरोप लगने पर उन्हें आयुक्त ने तिघरा भेज दिया था, इसके बाद पुन: 20 वार्ड की जिम्मेदारी दी है।