वाहन सभी बंद रहेंगे
कोराना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अभी ग्वालियर जिले में न तो कोई व्यवसायिक वाहन प्रवेश कर सकेंगे और ना ही बाहर का वाहन जिले में प्रवेश कर सकेगा। निजी बसें ,आटो समेत अन्य सभी व्यवसायिक वाहन बंद रहेंगे। जिला चिकित्साय में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया है। खांसी-जुकाम के लिए अलग से ओपीडी की व्यवस्था की गई है। पर्चे बनाने के लिए उनका काउंटर अलग से बना दिया है। ट्रोमा सेंटर के पास स्थापित कक्ष में 24 घंटे एक डॉक्टर व एक सहायक मौजूद रहेगा।
एडीजी राजा बाबू सिंह ने यह दिए है निर्देश
एडीजी राजा बाबू सिंह ने रेंज के सभी एसपी को निर्देश दिए है कि कोरोना वायरस को लेकर जारी एडवाइजरी में खासकर लोगों के बीच बातचीत के दौरान एक मीटर की दूरी के नियमों का पालन किया जाए। जो लोगों पालन नहीं कर रहे हैं उन पर सख्ती की जाए। साथ ही ऐसे लोगों पर धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि दूसरों की जान को जोखिम में डालने के लिए यह हताश स्थिति, कठोर और हताश करने वाले उपायों की मांग करती है। हमें किसी भी कीमत पर इस वायरस को फैलने नहीं देना चाहिए।
कालाबाजारी करने वालों पर एफआईआर
वहीं सेनिटाइजर और माक्स की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ एफआईआर इंदरगंज थाने में दर्ज हुई है। यहां फरियादी अवधेश सिंह भदोरिया ने बताया शहर के कई मेडिकल स्टोर और दवा विक्रेता कोरोना वायरस के चलते हुए अति आवश्यक इन सामानों की कालाबाजारी कर रहे हैं उनके खिलाफ एफआइआर कराई गई है। हालांकि अभी किसी कारोबारी की पहचान नहीं हुई है इसलिए अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
पूर्ण रूप से बंद रहा ग्वालियर चंबल संभाग
ग्वालियर शहर में लगातार मिल रही संदिग्धों की संख्या को मदद्ेनजर रखते हुए ग्वालियर कलेक्टर ने 22 मार्च से लेकर 24 मार्च तक के लिए जिले में लॉक-डॉउन घोषित कर दिया है। इस दौरान दवा, दूध,फल,सब्जी, राशन, स्वास्थ सेवाएं, विद्धुयत सेवाएं, पेयजल सफाई आदि सेवाओं को छोड़कर शासकीय एवं अशासकीय सेवाएं व लोकल आवागमन के वाहनों का संचानल बंद रहेगा। साथ ही लोगों से अपील भी कि गई है कि लॉक डाउन से आपको डरने की जरूरत नहीं है। यह आपकी सुविधा के लिए है।ताकि आप भी कोरोना वायरस से प्रभावित ना हो। लॉक डाउन आपकी सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। आप भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र से दूर रहें और खुद की सुरक्षा पर ध्यान दें। रविवार को जनता कफ्र्यू के दौरान ग्वालियर चंबल संभाग पूरी तरह से बंद रहा और शहर व चंबल की सभी सड़कों पर सन्नाटा देखा गया।