एक साल पहले शादी, दो दिन पहले बच्चे का जन्म
ग्वालियर के डबरा में रहने वाले अशोक उर्फ नीतेश गुप्ता दिल्ली में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते हैं। उनकी एक साल पहले कोविड काल में वर्षा गुप्ता से शादी हुई थी। शादी के बाद नीतेश पत्नी वर्षा को लेकर दिल्ली चले गए। जहां वर्षा गर्भवती हुई और दीपावली पर जब नीतेश अपने घर ग्वालियर आया तो वर्षा को यहीं छोड़ गया था ताकि उसकी अच्छी से देखभाल हो सके। 10 जनवरी को परिजन वर्षा को लेकर अस्पताल पहुंचे थे जहां रैपिट एंटीजन टेस्ट में वो कोरोना पॉजिटिव आई थी। इसी दिन वर्षा ने अस्पताल में एक सुंदर से बच्चे को जन्म दिया। कोरोना पॉजिटिव होने के कारण बच्चे को मां से अलग रखा गया था। लेकिन 11 जनवरी को अचानक वर्षा की तबीयत बिगड़ने लगी उसका ब्लड प्रेशर तेजी से घट रहा था। उसकी सांसें उखड़ रही थीं। शायद वर्षा को एहसास हो चुका था कि अब वो जिंदा रहेगी लिहाजा उसने बच्चे को देखने की इच्छा जताई और बच्चे को जी भर निहारकर मौत की नींद में सो गई।
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परिजन बोले- न सर्दी थी, न खांसी, ब्लड प्रेशर कम होने से हुई मौत
वर्षा की मौत के बाद परिवार में गम का माहौल है, हालांकि परिजन ये बात मानने को तैयार नहीं हैं कि वर्षा को कोरोना था। उनका कहना है कि वर्षा को न खांसी थी और न ही जुखाम, उनका ये भी कहना है कि वर्षा की मौत ब्लड प्रेशर कम होने से हुई है। बताया ये भी जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही वर्षा का पति दिल्ली से वापस लौटा था, संभवत: पति से ही पत्नी को कोरोना का संक्रमण लगा है।
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