वायुनगर निवासी जमीन कारोबारी सीताराम शर्मा के सुसाइड़ केस में सुमावली, मुरैना से कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह, उसका दामाद रंजीत सिंह, सर्वेंद, प्रमोद और अनिल सिंह पुलिस की घेराबंदी से पहले हाथ से निकल गए हैं। नामजद वांटेड को घेरने के लिए पुलिस ने रात में उनके ठिकाने खंगाले तो पता चला कि सभी फरार हैं। सीताराम की मौत के बाद अब पुलिस का पूरा फोकस विधायक अजब सिंह पर है। वह मान रही है कि बाकी गुर्गे भी अजब सिंह के संपर्क और रसूख की दम पर फरार हैं। अजब सिंह हाथ आया तो पूरी टीम शिकंजे में आ जाएगी।
जहर खाया तब घेराबंदी होती तो पकड़े जाते
उधर सीताराम के परिजन का कहना है विधायक अजब सिंह की घेराबंदी में पुलिस ने लेतालाली की है। सीताराम ने जहर खाया था उसके बाद ही पुलिस को बताया कि वह विधायक और उसके गुर्गों की प्रताडऩा से तंग थे। तुरंत ही विधायक अजब सिंह और उसके साथियों की घेराबंदी की जाती तो सभी धर जाते, लेकिन उस वक्त पुलिस चुप रही। इसका फायदा विधायक और उसके गुर्गों को फरार होने में मिल गया। आशंका है कि सीताराम के जहर खाने के बाद ही विधायक और उसके साथ उनकी हालत पर नजर रखे थे। उनकी मौत का पता चलते ही घर से गायब हो गए।
यह है मामला
जमीन कारोबारी सीताराम शर्मा ने कांग्रेस विधायक अजब सिंह १.8६ करोड़ में ४६ हजार वर्ग फीट जमीन का सौदा किया था। इसमें अजब सिंह के दामाद रंजीत सिंह ने कुछ जमीन की रजिस्ट्री की। कुछ जमीन की लिखापढ़ी प्रमोद, अनिल और सर्वेंद्र करते थे, लेकिन जमीन पर मालिकाना हक नहीं देते थे। सीताराम ने जब खरीदी जमीन का कब्जा मांगा तो विधायक और उसके साथियों ने उन्हें धमका दिया। इस हरकत की महाराजपुरा पुलिस से शिकायत की तो यह लोग भडक़ गए। सीताराम को प्रताडि़त किया तंग आकर उन्होंने विधायक अजब सिंह के घर के बाहर आकर जहर खा लिया। दो दिन जेएएच में भर्ती रहने के बाद बुधवार सुबह उनकी मौत हुई। तब पुलिस ने विधायक सहित ५ लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का केस दर्ज किया।
विधायक सहित सभी नामजदों की तलाश
जमीन कारोबारी के खुदकुशी मामले में वांटेड विधायक सहित सभी नामजदों की तलाश की जा रही है। सभी घर से फरार हैं। यह लोग कहां हो सकते हैं। पता लगाया जा रहा है।
राजेश दंडौतिया एएसपी मुरार सर्किल