सोमवार को कलेक्टर रुचिका चौहान ने ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए नगर निगम आयुक्त हर्ष ङ्क्षसह सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में अधिकारियों के साथ ट्रैफिक जाम की समस्या पर मंथन किया गया।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि नगर निगम आयुक्त एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ई-रिक्शा के लिए इस प्रकार से रूट चयनित करें, जिससे ई-रिक्शा चालकों को रोजगार मिलता रहे। साथ ही शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम व सुव्यवस्थित बनाया जा सके। उन्होंने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से कहा कि शहर में चल रहे सभी ई-रिक्शा को एनआइसी में सूचीबद्ध कराएं। ई-रिक्शा चालकों से तीन-तीन मार्गों की च्वॉइस (पसंद) लें और लॉटरी निकालकर तय करें कि कौनसा ई-रिक्शा किस रूट पर चलेगा।
कलेक्टर ने कहा कि अलग-अलग रूट पर चलने वाले ई-रिक्शा पर अलग-अलग रंग की पट्टियां प्रदर्शित की जाएं। राज्य एवं राज्य के बाहर के बड़े-बड़े शहरों में ई-रिक्शों के संचालन को लेकर लागू की गई व्यवस्था के बारे में भी पता करें, जिससे शहर का बेहतर से बेहतर ट्रैफिक प्लान तैयार हो सके। आरटीओ दूसरे राज्यों में ई रिक्शा संचालन की व्यवस्था की जानकारी लेंगे।
फायर के इंतजाम न होने पर की जाए कार्रवाई
किसी भी मैरिज गार्डन में लोगों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता न हो। सभी मैरिज गार्डन पर फायर एनओसी अनिवार्यत: होना चाहिए। साथ ही सुरक्षा संबंधी अन्य नियम प्रावधानों का भी सभी मैरिज गार्डन में कड़ाई से पालन कराया जाए। नर्सिंग होम व अन्य अस्पतालों में भी फायर सेफ्टी कानून का पालन कराया जाए।
10 चौराहों पर किया जा रहा काम
नगर निगम आयुक्त हर्ष ङ्क्षसह ने जानकारी दी कि शहर के चौराहों को यातायात के लिहाज से सुव्यवस्थित किया जा रहा है। प्रथम चरण में 10 चौराहों का काम हाथ में लिया गया है। साथ ही लेफ्ट टर्न फ्री करने की कार्ययोजना भी नगर निगम द्वारा तैयार कर ली गई है। कुलपति निवास चौराहा, मार्केंडेश्वर चौराहा, एसपी ऑफिस, बारादरी फूलबाग शामिल हैं। शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए 70 ई-बसें चलाने की प्रक्रिया प्रचलन में है। कलेक्टर ने कहा कि नवनिर्मित आईएसबीटी (अंतर्राज्यीय बस अड्डा) शुरू करने से पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट मजबूत कर लें।