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सियाचिन ग्लेसियर की बहादुर पोस्ट पर तैनात 262 फील्ड रेजीमेंट (तोपखाना) के कैप्टन वीर नारायाण ङ्क्षसह तोमर 9 नवंबर 1993 को शहीद हुए थे। दो दिन बाद जब उनका पार्थिव शरीर मुरैना में उनके पैतृक गांव जोंहा पहुंचा तो सभी का सिर फक्र से ऊंचा हो गया था।Republic Day 2018 : आमने-सामने की लड़ाई में दुश्मन को ढेर कर शहीद हो गए सुल्तान सिंह,आज
शहीद की मां सावित्री देवी कहती है कि उसके बेटे ने जब से होश संहाला,तब से देश सेवा करने का उसमें जुनून था। 17 दिसंबर 1993 को जब सेना में उसको नौकरी मिली तो वह बड़ा गौरव महसूस कर रहा था।VIDEO : MP के इस शहर में भेष बदलकर रहे थे नेताजी सुभाष बोस, लोग पुकारते थे इस नाम से, वीडियों में देखे सच्चाई
लेकिन वर्ष १993 में दुश्मनों से लड़ते हुए उसने अपनी शहादत दे दी। शहीद के भाई श्याम सिंह तोमर ने बताया कि हमारा पूरा परिवार फौज में है।
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शहीद का परिचयनाम- शहीद वीर नारायण सिंह तोमर
जन्म- 23 मार्च 1968
शहादत- 9 नवंबर 1993
पिता- तेज बहादुर सिंह तोमर
माता- सावित्री तोमर
भाई- विनोद सिंह तोमर (आर्मी सूबेदार), राम सिंह तोमर (सीआईबी), श्याम सिंह तोमर
यूनिट- 262 फील्ड रेजीमेंट (तोपखाना)
लड़ाई- सियाचिन ग्लेशियर