शाह से मिलने के बाद भी निराश होकर निकले नेता
भाजपा के कई नेता टिकट वितरण को लेकर असंतुष्ट थे। इनको शाह से वन टू वन बातचीत में कोई बेहतर निर्णय की उम्मीद थी, लेकिन बताया जा रहा है शाह ने गुस्सा भूलकर पार्टी के लिए तय उम्मीदवार के साथ प्रचार में जुटने को कहा है। उन्होंने गिले-शिकवे लेकर घर बैठने वाले नेताओं के रवैए पर ऐतराज जताया है।
इनसे वन टू वन चर्चा
भिण्ड मेहगांव से दावेदार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चौधरी मुकेश चतुर्वेदी, ग्वालियर के भितरवार से दावेदार पूर्व प्रदेश प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर, ग्वालियर पूर्व से दावेदार जयसिंह कुशवाह व अन्य।
अंचल की 34 सीटों पर कड़ी टक्कर से बढ़ी चिंता
शाह के इस दौरे के मायने ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों पर मिल रही कड़ी टक्कर से बढ़ती चिंता है। विपक्ष के अलावा अब पार्टी से विद्रोह करने वालों ने इस मुश्किल को और बढ़ा दिया है। लगभग हर सीट पर असंतोष है। कोई टिकट नहीं मिलने से नाराज है तो कोई टिकट कट जाने से। भाजपा ग्वालियर, भिण्ड और मुरैना जिले में हालात चिंताजनक मान रही है। यहां चुनाव प्रचार में तेजी लाने की जिम्मेवारी जिलाध्यक्षों को सौंपी गई है।
खेमेबाजी से शाह नाराज बोले-प्रत्याशी संग दिखो
शाह को अंचल से फीडबैक मिला था कि कार्यकर्ता खेमों में बंटकर भाजपा प्रत्याशियों के साथ नहीं निकल रहे। उन्होंने नाराजगी जताई है। इसके लिए बड़े नेताओं को कार्यकर्ताओं का मनमुटाव दूर करने को कहा, साथ ही गुटबाजी को परे रखकर प्रत्याशी के साथ दिखने को कहा है।
शाह के दौरे से पहले सिंधिया समर्थक की भाजपा में वापसी
ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आए टीकमगढ़ के जिला पंचायत उपाध्यक्ष भक्ति तिवारी की फिर घर वापसी कराई गई। खरगापुर विस से टिकट नहीं मिलने से नाराज भक्ति ने समाजवादी पार्टी की साइकिल पर चढक़र खरगापुर से चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया। तीन दिन पहले उन्होंने सपा प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया था। सिंधिया उन्हेंं मनाने में कामयाब रहे। बता दें कि भक्ति को टीकमगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में विधायक राहुल सिंह लोधी से समझौता करना पड़ा था। राहुल की पत्नी अध्यक्ष बनीं और भक्ति उपाध्यक्ष पद पर रह गए। उन्हें विस टिकट की उम्मीद थी, लेकिन भाजपा ने आखिरी वक्त में राहुल को राज्यमंत्री बनाया और फिर टिकट भी दे दिया। इसके बाद भक्ति ने भाजपा छोड़ दी थी।
5 नवंबर से भाजपा का झंडा लगाओ अभियान
शाह ने बैठक में सभी को 5 नवंबर से प्रदेश स्तर पर भाजपा का झंडा लगाओ अभियान शुरू करने को कहा। इस बीच चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव ने बताया कि निर्वाचन आयोग से बात कर ली गई है, घरों और वाहनों पर पार्टी का झंडा लगाना अब आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। इसके लिए अनुमति लेने की भी जरूरत नहीं होगी। विभागीय स्तर आपत्ति नहीं आएगी, इसलिए सभी वाहनों और घरों पर भाजपा का झंडा लहराएं।
तोमर और सिंधिया दिखे शाह के साथ शाह इंदौर से ग्वालियर पहुंचे थे। यहां होटल में भाजपा के संभागीय पदाधिकारियों की बैठक ली। होटल में शाह के साथ चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दिखे।
तोमर बोले- कुछ डैमेज नहीं हुआ तो कंट्रोल कैसा
भाजपा में डैमेज कंट्रोल के लिए शाह के दौरे पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, डैमेज तो हुआ ही नहीं है कंट्रोल ही था लेकिन फिर भी कोई कार्यकर्ता चाहे वह बात कर ही सकता है। हमारे नेता हैं तो वे बात कर सकते हैं।
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