थर्मोस्क्रीनिंग की गई
अब तक 4 की रिपोर्ट आई है और उसमें सभी निगेटिव पाए गए हैं। मंगलवार की रात को पहचाने गए 22 संदिग्धों लोगों को क्वारेंटाइन वार्ड में रखा गया है। जिले में अब तक 46224 लोगों की थर्मोस्क्रीनिंग की गई है। इनमें से 23115 को होम आइसोलेशन में रखा गया है। 1 अप्रैल को भी 2215 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया।
समीक्षा की और सतर्कता बढ़ाने पर जोर
संदिग्धों की संख्या बढऩे के बाद कलेक्टर ने सभी व्यवस्थाओं की नए सिरे से बुधवार को समीक्षा की और सतर्कता बढ़ाने पर जोर दिया। महाराजपुर रोड पर बिजली घर के पीछे वाले क्षेत्र से लोगों के सैंपल जांच को भेजे गए हैं। इसलिए यहां सतर्कता बढ़ाकर राशन घर तक पहुंचाने की व्यवस्था के निर्देश दिए। वहीं आमपुरा में आनंदपुर मोहल्ले को भी सील करके पुलिस और राजस्व अधिकारियों को निगरानी में तैनात किया गया है।
छात्रावास में तलाशी संभावनाएं
कलेक्टर ने एसएएफ ग्राउंड के पास संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास निरीक्षण किया और सैंपलिंग वाले परिवारों के लोगों को रिपोर्ट आने तक यहां रखने के निर्देश दिए। इससे पहले कलेक्टर जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में पहुंचीं।
इन क्षेत्रों का निरीक्षण किया
यहां बताया गया कि खांसी, बुखार, जुकाम के संदिग्ध 20 मरीजों का चेकपअ किया जा रहा है। एसडीएम आरएस बाकना, सीएमएचओ डॉ. आरसी बांदिल, सिविल सर्जन डॉ. एके गुप्ता, आरएमओ डॉ. जीएस तोमर ने भी इन क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
कोरोना से लडऩे मिले 3.62 लाख रुपए के चैक
कोरोना वायरस के संक्रमण के विरुद्ध शासन-प्रशासन के प्रयासों को आर्थिक सहयोग में बुधवार को 3.62 लाख रुपए के चैक कलेक्टर को दिए गए। पूर्व विधायक गिर्राज दंडोतिया ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में 1.11 लाख रुपए का चैक दिया। वहीं मनीष उपाध्याय ने 1 लाख रुपए और कान्हा फ्लोर मिल के दीपक अग्रवाल ने भारतीय रेडक्रॉस मुरैना के लिए 1.51 लाख रुपए का चैक कलेक्टर को भेंट किया।
स्व-सहायता समूहों ने बनाए 16 हजार मास्क
जिले में सक्रिय स्व-सहायता समूहों ने कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में बढ़-चढ़कर भागीदारी की है। एक दर्जन से ज्यादा समूहों की महिलाओं ने कोरोना के विरुद्ध जंग लड़ रहे लोगों को 16550 मास्क और 800 से ज्यादा सेनेटाइजर तैयार कर उपलब्ध कराए हैं। सीईओ जिला पंचायत तरुण भटनागर की पहल पर राज्य ग्रामीण आजीविकास मिशन के तहत समूहों ने एक सप्ताह में यह उपलब्धि हासिल की।
सैनेटाइजर तैयार कर उपलब्ध कराया
जिला प्रबंधक लघु उद्यमिता विकास ममता कुशवाह के मार्गदर्शन में विभिन्न स्व-सहायता समूह ने इसे चुनौती के रूप में लेते हुए एक सप्ताह में यह काम किया। इनमें पहाडगढ़़ विकसखंड से सांई कृपा स्व-सहायता समूह ने 1500, उरहेरा के कबीर शाह समूह ने 1200, उरहेरा के ख्वाजा शाह समूह ने 1600, सावित्री बाई समूह ने 1400, सांकरा के बाबा शाह समूह ने 1800 और सिद्ध बाबा समूह ने 700 मास्क तैयार उपलब्ध कराए हैं।
सुमावली के दाऊजी समूह ने 650, हथरिया के भीमराव अम्बेडकर समूह ने 2100, नूराबाद के ग्राम संगठन ने 800, अंबाह के शिवशक्ति समूह ने 3000, पुरावस खुर्द के राधारानी समूह ने 800, गोठ के माया समूह ने 500, सुमानपुरा के जय लोढ़ी मां समूह ने 500 मास्क बनाकर उपलब्ध कराए हैं। जबकि भीमराव अम्बेडकर समूह ने 800 बोतल एवं जय लोढ़ी मां स्व-सहायता समूह ने 10 बोतल सैनेटाइजर तैयार कर उपलब्ध कराया है।