आयोग की टीम ने किया औचक निरीक्षण
मप्र बाल अधिकार एवं सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष राघवेन्द्र शर्मा सोमवार को अल्प प्रवास पर गुना आए। प्रवास के दौरान वंदना कान्वेन्ट स्कूल पहुंचे, वहां उन्हें एक नहीं कई अव्यवस्थाएं मिलीं, जिन पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की और कहा कि दस दिन के भीतर एक रिपोर्ट भेजी जाए जिसमें बताई जाए कि बच्चों के कल्याण और उनकी शिकायतों के लिए स्कूल में क्या-क्या इंतजाम हैं, जानकारी न आने पर उन्होंने कार्रवाई की चेतावनी दी। इस विद्यालय में उनको वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का चित्र न मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि तत्काल उन दोनों का चित्र लगाने की बात कही।
अभी तक की कार्रवाई से संतुष्ट:शर्मा
मप्र बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग के अध्यक्ष राघवेन्द्र शर्मा बीते दिनों बूढ़े बालाजी क्षेत्र में मिली नाबालिग लडक़ी के बरामदगी के मामले में जानकारी लेने कैंट पुलिस थाने पहुंचे। वहां उन्होंने पाक्सो एक्ट के तहत होने वाले मामलों की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने नाबालिग लडक़ी की बरामदगी के मामले में अभी तक हुई कार्रवाई के बारे में जाना और उस पर प्रसन्नता जाहिर की और उन्होंने टीआई आशीष सप्रे को सुझाव दिया कि वे थाना क्षेत्र में बाल कल्याण अधिकारी के लिए निर्धारित स्थान बनाएं और नाम पट्टिका लगाएं। उन्होंने गुमशुदगी बच्चों की जानकारी न चाइल्ड लाइन से सीडब्ल्यूसी को 24 घंटे में न देने पर नाराजगी जाहिर की।
इस मामले की तह तक जाए पुलिस
आयोग के अध्यक्ष राघवेन्द्र शर्मा ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बताया कि टीआई और विवेचना अधिकारी से कहा कि नाबालिग लडक़ी के मामले में मानव तस्करी और सेक्स रैकिट बड़े होना मालूम पड़ता है। इसलिए इस मामले में तह तक जाएं और प्रयास यह करें कि आरोपियों को तत्काल पकड़ा जाए। उन्होंने कहा कि आरोपी कोई भी हो, पुलिस को किसी भी प्रभाव में न आकर पकडक़र जेल के सीखंचों के पीछे भेजने की कार्रवाई करना चाहिए। इस कार्रवाई के दौरान वहां प्रभारी सीएसपी राजेन्द्र रघुवंशी, और भाजपा नेता मनोज दुबे मौजूद थे।