सुलेमानी के मारे जाने के बाद सतर्क हुआ पाक, कहा-अपनी धरती से किसी तरह की कार्रवाई की अनुमति नहीं देंगे फारसी भाषा के रेडियो फरदा ने एक रिपोर्ट में बताया गया है कि खामेनी ने उनकी नियुक्त के बाद उनकी प्रशंसा करते उन्हें “सबसे प्रतिष्ठित क्रांतिकारी गार्ड कमांडरों में से एक करार दिया। 125 हजार सैन्यकर्मियों की क्षमता वाले ईरान इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) की एक इकाई कुद्स बल है। यह अर्धसैनिक संगठन सीधे खामेनी को रिपोर्ट करता है।
घानी 1980 में हुए ईरान-इराक युद्ध में भाग ले चुके हैं और वह कासिम सुलेमानी के एक सबसे करीबी और भरोसेमंद सहयोगी भी रहे हैं। रेडियो फरदा की खबर के अनुसार, सुलेमानी की तरह ही नए कमांडर ईरानी जनरल इस्माइल घानी इजरायल को लेकर अपने कट्टरपंथी विरोध के लिए चर्चित हैं।