हिमाचल और उत्तराखंड में बरसात के बाद में लगातार हरियाणा के हथिनीकुंज बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है। गुरुवार को गुरुवार हथनीकुंड बैराज से यमुना नदीं में 1.40 लाख क्यूसेक पानी छाेड़ा गया गया। शुक्रवार को भी लगातार पानी छोड़ा गया। वहीं तीसरे दिन शनिवार काे भी बरसात आैर अधिक हुई। जिसकी वजह से हथनीकुंड बैराज से यमुना नदीं में करीब 2.50 लाख क्यूसेक पानी छाेड़ा गया। देर शाम तक जलस्तर 6 लाख क्यूसेक तक जा पहुंचा। यमुना में पानी छाेड़े जाने के बाद किनारे बसे गांवाें में अलर्ट कर दिया गया है। बढ़ते पानी के जलस्तर को देखते हुए दिल्ली समेत लगातार एनसीआर में भी बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है।
इन गांवों में बढ़ा बाढ़ का खतर
दिलली से सटे गौतमबुद्ध नगर में बाढ़ का खतरा दिल्ली के बाद में मंडरा रहा है। जेवा के झुप्पा, छातंगा खुर्द, गोविंद गढ़, कानीगढ़ी, शमशादनगर, गोपाल गढ़, मेवला, माछीपुर बांगर, करौली बांगर, , करौली खादर, रामपुर बांगर, रामपुर खादर, जेवर खादर, सिरसा,जेवर बांगर, फलैदा बांगर, अगरपुर पालका, सिरौली बांगर, सिरलौली खादर, महेंदीपुर बांगर, महेंदीपुर खादर आदि गांव में बाढ़ का खतर बढ़ गया है। इस एरिया की करीब 9505 हेक्टेयर जमीन प्रभावित हो सकती है। वहीं प्रशासन ने दनकौर और नोएडा, ग्रेटर नोएडा एरिया में भी बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने में जुटी है।
यूपी के इन जिलों में बढ़ा बाढ़ का संकट यूपी के कई जिले बाढ़ की चपेट में है। मेरठ में गंगा नदी उफान पर है। गंगा तट से सटे गांवों पर बाढ़ का खतरा बना हुआ है। हस्तिनापुर के खादर क्षेत्र में बाढ़ के खतरे को देखते हुए ग्रामीणों की चिंता बढ़ी हुई है। लगातार प्रशासन पूरे मामाले में नजर बनाए हुए है। यहां तक की डीएम भी गगा नदी के उफान को लेकर अलर्ट है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश और हथनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी से गंगा नदी का लगातार जलस्तर बढ़ रहा है। अवर अभियंता मनोज त्रिवेदी के अनुसार, गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। वहीं पानी ने फतेहपुर गांव के पास बने बांध को ध्वस्त कर दिया है। इसके अलावा रामगंगा नदी के किनारे रहने वालों के लिए भी खतर बढ़ गया है। नदी का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। प्रशासन ने खादर एरिया में अलर्ट जारी कर बाढ़ चौकियों को निगरानी के निर्देश दिए है। वहीं गाजियाबद, समेत वेस्ट यूपी के कई जिले का प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है।
गौतमबुद्ध नगर में भी आ सकती है बाढ़ दिल्ली के अलावा आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ का संकट बढ़ गया है। गौतमबुद्ध नगर प्रशासन भी लगातार बढ़ रहे यमुना में जलस्तर को देखते हुए अलर्ट मोड पर आ गया है। दरअसल मेंं यमुना नदी मेंं छोड़ा गया पानी अगले 24 घंटे में जेवर आ सकता है। वही गौतमबुद्ध नगर में नोएडा से लेकर जेवर तक यमुना के नदी के किनारे बसे गांव प्रभावित हो सकते है। वहीं फरीदाबाद भी इसकी चपेट में आ सकता है। दरअसल में दिल्ली के अलावा हरियाणा और यूपी के काफी गांव यमुना नदी के तट में बसे है। दिल्ली, हरियाणा और यूपी के काफी गांव बाढ़ की चपेट मेंं आ सकते है। गौतमबुद्ध नगर डीएम की अध्यक्षता में बाढ़ को लेकर मीटिंग की गई। इस दौरान हर स्थिति में बाढ़ से निपटने के लिए अधिकारियों को सचेत किया गया है। जेवर में 7 बाढ़ चौकियां बनाई गई है। प्रशासन के साथ पूरे हालात पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम भी नजर बनाए हुए है।