दरअसल, भाजपा विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह की पहल पर यमुना प्राधिकरण ने गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। पहले चरण में प्राधिकरण ने अच्छेजा बुजुर्ग, डूंगरपुर रीलखा, रामपुर बांगर, निलौनी शाहपुर और चांदपुर को चुना है। प्रत्येक गांव को स्मार्ट बनाने में 10 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इन सभी गांवों को स्मार्ट बनाने के लिए प्राधिकरण ने डीपीआर भी तैयार कर ली है। वहीं 29 गांवों को इस योजना के दायरे में लाया जाएगा।
गांवों में होंगे ये सुविधाएं प्राधिकरण के मुताबिक स्मार्ट विलेज में वाई-फाई, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, बायोगैस स्टोरेज सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, सीवेज-ड्रेन नेटवर्क, पेयजल, स्किल डिवेलपमेंट सेंटर, मेडिकल सुविधाएं, स्ट्रीट लाइट और ट्रांसपोर्ट सर्विस दी जाएंगी। ई-सर्विस के तहत टिकट बुकिंग से लेकर शिकायत केंद्र तक की सुविधा भी गांवों में होगी।
महिलाओं को मिलेगा रोजगार यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जिन गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा, उनमें सेनेटरी पैड बनाने वाली यूनिट लगेंगी। इससे गांवों की महिलाओं को घर के पास ही रोजगार मिल सकेगा। इसके अलावा भी ग्रामीणों को रोजगार के कई और विकल्पों देने पर विचार कर रहे हैं।