गुपचुप तरीके से बार का संचालन अधिकारी के मुताबिक, पुलिस ने जिस इमारत का पता लगाया उसके अंदर के डिजाइन चीनी शैली पर आधारित थे। इतना ही नहीं जांच में बार के अंदर चीजों के नाम भी चीनी लिपि में लिखे हुए थे। जबकि इनका हिंदी या इंग्लिश में कहीं भी उल्लेख तक नहीं था। अधिकारी के मुताबिक, संदेह है कि मादक द्रव्यों के सेवन जैसी अवैध गतिविधियां भी वहां जारी थीं। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा के इस गांव में तीन मंजिला इमारत में ज्यादातर चीनी नागरिक आगंतुक और मेहमान थे। यहां गुपचुप तरीके से बार का संचालन किया जा रहा था।
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फर्जी वीजा लेकर 18 दिनों से खुलेआम घूम रहे थे चीनी नागरिक, ऐसे आए पुलिस की पकड़ में बिना लाइसेंस परोसी जा रही थी शराब उधर, इस पूरे प्रकरण में पुलिस का कहना है कि मामले की जांच केंद्र सरकार की एजेंसियों के इसमें शामिल होने के साथ ही विस्तृत हो गई है। संपर्क करने पर गौतम बुद्ध नगर के आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की कि इस बार के पास शराब परोसने का कोई लाइसेंस नहीं है। गौरतलब है कि चीनी नागरिक शूई फेई उर्फ केलय (36) और उसकी भारतीय प्रेमिका एवं नगालैंड की रहने वाली 22 वर्षीय पेटेख्रीनुओ को सोमवार को नोएडा पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम के एक होटल से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा कि दोनों को दो चीनी नागरिकों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पकड़ा गया था, जिन्हें पिछले हफ्ते बिहार में नेपाल-भारत सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
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नोएडा: बिल्डरों पर गिरी गाज, बकाया राशि नहीं चुकाने पर 153 संपत्तियों की होगी ई-नीलामी जल्द पूछताछ के लिए हिरासत मांगेगी पुलिस पुलिस उपायुक्त (ग्रेटर नोएडा) मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि जो अपराध सामने आए हैं उनमें विदेशी भी शामिल हैं और अपराध की प्रकृति बहुत गंभीर हैं। मामले में गहन जांच की जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी सूचित कर दिया गया है और हम मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए उनके साथ समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शूई फेई और पेटेख्रीनुओ, दोनों वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं, लेकिन पुलिस जल्द ही पूछताछ के लिए उनकी हिरासत मांगेगी।