अधिकारियों के मुताबिक एक्सप्रेस-वे पर इस अभियान की शुरुआत गुरुवार सुबह 11.30 बजे से की गई है। यह अभियान 20 फरवरी, 2021 तक संचालित किया जाएगा। इस दौरान सफर करने वाले वाहन चालकों को जागरूक करने के साथ ही उनकी और उनके वाहन की जांच भी कराई जाएगी, ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके। वहीं नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान काटे जाएंगे। साथ ही टोल प्लाजा पर ट्रैफिक नियमों का पालन करने और सुरक्षित सफर के लिए पंफलेट भी बांटे जाएंगे।यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी को निर्देशित किया गया है कि चालकों की आंखों की जांच की जाए। साथ ही उनके वाहन के टायरों की स्थिति की भी जांच करें। यमुना एक्सप्रेसवे पर सफर करने के लिए वाहन के टायर की रबर कम से कम 30 फीसदी बाकी रहनी चाहिए।
यह भी देखेंं: ‘Tandav’ को लेकर बढ़ता विवाद, SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज हादसे रोकने के लिए लगेंगे क्रैश बीम यमुना एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार के कारण अनियंत्रित होकर दूसरी तरफ की सड़क पर जाने वाले वाहनों को हादसे से रोकने के लिए सेंट्रल वर्ज पर क्रैश बीम लगाए जाएंगे। इसके लिए एक्सप्रेसवे का संचालन कर रही जेपी कंपनी ने टेंडर निकाला है और 27 जनवरी को कंपनी का चयन किया जाएगा। कंपनी के एक वर्ष में इस कार्य को पूरा करेगी। जानकारी के अनुसार इस योजना पर करीब 76 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। क्रैश बीम करीब तीन फुट ऊंचे होंगे, जिससे हादसा होने पर वाहन उछलकर दूसरी तरफ नहीं जा सकेंगे। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आईआईटी दिल्ली ने यमुना एक्सप्रेसवे का एक सुरक्षा ऑडिट किया था। जिसके बाद टीम ने क्रैश बीम लगाने का सुझाव दिया था।