बता दें कि भाजपा नेता धर्मेंद्र उर्फ धर्मी बादलपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर था। उसका नाम कोतवाली के रिकार्ड में एचएस-89ए पर दर्ज है। उस पर एक हत्या समेत आर्म्स एक्ट के तहत करीब 11 मामले दर्ज हैं। पिछले कई सालों से धर्मी सक्रिय अपराध में नहीं था। वह दूध की डेयरी से परिवार चला रहा था। शुक्रवार को एस्कार्ट कालोनी की गली में हुर्इ रोडरेज की घटना उसकी हत्या का सबब बन गर्इ। बताया जा रहा है कि रोडरेज के दौरान विवेक, पैकार और ज्ञानेंद्र से उसकी तकरार हो गई थी, जो मारपीट में बदल गई। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई और सुनपुरा के युवकों को पकड़ लिया, लेकिन राजनीतिक लोगों के फोन आने पर तीनों युवकों को छोड़ दिया गया। इसके बाद मामला सुलझने के बजाय और वर्चस्व का बन गया और धर्मी का घर अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में रिठौड़ी गैंग लीडर रणदीप भाटी, बबली नागर निवासी सदल्लापुर और विवेक, ज्ञानेंद्र, पैकार सिंह निवासी सुनपुरा समेत आठ-दस अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की है। एसपी देहात विनीत जयसवाल ने बताया कि सदल्लापुर और रिठौड़ी में दबिश दी गई है। देर रात भी अपहरण के बाद सदल्लापुर गांव में दबिश दी गई थी। रणदीप भाटी की पत्नी आरती भाटी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है। सीएम को लिखे पत्र में बताया कि शनिवार दोपहर को पुलिस रिठौरी उनके घर आई। वहां जबरदस्ती उनके घर को ढहा दिया।
अमित शाह को भाजपा अध्यक्ष पद से हटाने के लिए RSS के पास पहुंचा प्रस्ताव, भाजपा के दिग्गजों में खलबली इस तरह की गर्इ थी धर्मी की हत्या बताया जा रहा है कि धर्मेन्द्र उर्फ धर्मी अपने घर पर था तभी किसी का फोन आया, जिसके बाद फोन पर दूसरी तरफ से बात करने वाले शख्स ने धर्मी को जान से मारने की धमकी दी। इसी बीच दो गाड़ियों में सवार होकर दर्जनभर से ज्यादा बदमाशों ने पहले मृतक धर्मी के घर के बाहर कई राउंड फायरिंग की और उसके बाद धर्मी को उसी के घर से उठाकर ले गए। इसके बाद घर से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर धर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद बदमाशों ने अपना वर्चस्व दिखाने के लिए धर्मेन्द्र को दादरी कोतवाली क्षेत्र के ही रूपबास गांव की सड़क पर फेंक दिया आैर फरार हो गए। वहीं धर्मी को लेकर दादरी पुलिस जिला अस्पताल पहुंची जहां डॉक्टारों ने उसे मृत घोषित कर दिया।