Phalodi Satta Bazar: फलोदी सट्टा बाजार ने फिर चौंकाया
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान होते ही भाजपा ने उत्तर ने ‘इस बार 400 पार’ का नारा दिया। इसके साथ उत्तर प्रदेश में 80 की 80 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा भी किया था। अब लोकसभा चुनाव 2024 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है। इसके परिणाम आने भी 24 घंटे ही बचे हैं। 4 जून यानी मंगलवार को इसके परिणाम आ जाएंगे। इसके बाद लोग वास्तविक चुनाव के नतीजों से रूबरू होंगे। यह भी पढ़ेंः
Exit Poll के बाद मुंबई सट्टा बाजार की नई भविष्यवाणी, यूपी की वाराणसी नहीं, इस हॉट सीट पर ढाई लाख वोटों से जीत रही भाजपा हालांकि इससे पहले लोगों में मन सवाल उठ रहे हैं कि यूपी में यह लोकसभा चुनाव किसके लिए अच्छा और किसके लिए बुरा है। एक तरफ सत्ताधारी भाजपा है जिसका दावा है कि वह यूपी की 80 में से 80 सीटों पर फतह हासिल करेगी। वहीं दूसरी ओर सपा और कांग्रेस का गठबंधन कह रहा है कि यूपी में इस बार भाजपा हाफ हो जाएगी। इसके अलावा तमाम चुनावी विश्लेषक और अलग-अलग जगह के सट्टा बाजार भी यूपी लोकसभा चुनाव को लेकर अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इसी बीच फलोदी सट्टा बाजार ने नई भविष्यवाणी कर दी।
Phalodi Satta Bazar: कांग्रेस और सपा को लेकर क्या है फलोदी सट्टा बाजार का नया अनुमान?
उत्तर प्रदेश में भाजपा और इंडिया गठबंधन के दावों के बीच अलग-अलग जगहों के सट्टा बाजार अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इसमें राजस्थान के फलोदी सट्टा बाजार की नई भविष्यवाणी के अनुसार उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (INDIA) को 15-25 सीटें जीतने का अनुमान है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा साथ थी। उस दौरान सपा और बसपा ने मिलकर 15 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसमें सपा ने पांच और बसपा ने 10 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि एक सीट कांग्रेस को भी मिली थी। इस बार सट्टा बाजार और Exit Poll में बसपा का सूफड़ा साफ होते दिख रहा है। यह भी पढ़ेंः
एग्जिट पोल के बाद अखिलेश यादव ने ईवीएम को लेकर दिया बयान, कार्यकर्ताओं से निगरानी बढ़ाने की अपील Phalodi Satta Bazar ने भाजपा को लेकर की ये भविष्यवाणी?
फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार, भाजपा को उत्तर प्रदेश में एक जोरदार झटका लगने वाला है। Phalodi Satta Bazar के अनुमान के अनुसार, यूपी में भाजपा 55-65 सीटें जीत सकती है। यह आंकड़ा 2019 के लोकसभा चुनाव में 62 सीटों और साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 71 सीटों से कम है। अब अगर ये भविष्यवाणी सत्य होती है तो साल 2019 के स्कोर से नीचे की स्थिति भाजपा के लिए खराब प्रदर्शन माना जाएगा। अगर यूपी में भाजपा का खराब प्रदर्शन रहता है तो माना जाएगा कि अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद मिले जनसमर्थन को भाजपा बरकरार नहीं रख पाई।