दरअसल, यमुना एक्सप्रेस वे पलटकर नीचे गिरी जीप के परखरच्चे उड़ गए और इस हादसे के जितेंद नामक व्यक्ति की जान चली गई। जबकि उसकी पत्नी रेखा, बेटा चिराग व बेटी अंशिका गंभीर रूप से घायल हो गए। डीसीपी राजेश कुमार ने बताया की मूल रूप से कासगंज के रामवती कॉलोनी निवासी जितेंद वर्तमान में दिल्ली के बदरपुर बॉर्डर मीठापुर में रहते थे। वे एक इंटरनेशनल कंपनी में नौकरी करते थे।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को वह अपनी पत्नी रेखा बेटे चिराग व बेटी अंशिका के साथ जीप में सवार होकर यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते दिल्ली जा रहे थे। उनकी कार की रफ्तार काफी तेज थी। जैसे ही उनकी जीप शुक्रवार की देर रात रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र में जीरो पॉइंट से 23 किलोमीटर पर गांव मोहम्मदाबाद खेड़ा के पास पहुंची तो जीप चला रहे जितेंद्र को नींद की झपकी आ गई। इससे जीप अनियंत्रित होकर यमुना एक्सप्रेस वे से पलटकर नीचे गिर गई।
हादसे की सूचना मिलते ही रबूपुरा कोतवाली पुलिस और यमुना एक्सप्रेस पर तैनात एंबुलेंस की गाडियाँ मौके पर पहुँच गयी और घायलों को तत्काल ग्रेटर नोएडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉकटरो ने जितेंद को मृत घोषित कर दिया। जबकि रेखा, चिराग और अंशिका की हालत गंभीर बनी हुई है।