दरअसल, प्रशासनिक भवन परिसर में पौधारोपण करने के बाद जिम्स में 20 कमरों के प्राइवेट वार्ड का लोकार्पण करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने अन्य वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों को फल वितरित किए और संस्थान के बारे में भी फीडबैक लिया। उन्होंने डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा कि जिम्स प्रशासन के अधिकारियों ने उनके समक्ष तीन समस्याओं को प्रमुख रूप से रखा। दो समस्याओं जिनमे संस्थान के लिए भूमि, संकाय सदस्यों को एसजीपीजीआई के समान वेतन दिलाने के लिए के लिए मुख्यमंत्री से वार्ता की जाएगी। इसके अलावा जिम्स में जल्द ही डायलिसिस, एनआरसी और डीआईईसी भी शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं संस्थान के निदेशक डॉ. बिग्रेडियर आर.के गुप्ता ने मंत्री को बताया कि राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान पिछले एक वर्ष से कार्यरत हैं। यहां प्रतिदिन 2000 के करीब मरीज आ रहे हैं और 200 के करीब मरीज भर्ती रहते हैं। अब तक जो भी सुविधाएं हैं सारी मुफ्त हैं। एक रुपए में पर्ची बनती है और सारे परीक्षण होते हैं। सेवाओं को सुधारने के लिए और हम चाहते हैं कि जो लोग भुगतान कर सकते हैं उनको और ज्यादा हम सुविधाएं दे सकें। हमने 20 मरीजों के लिए प्राइवेट वार्ड बनाए हैं। कॉरपोट हॉस्पिटल में जो भी सुविधाएं मिलती हैं वह सारी सुविधाएं यहां पर मिलेंगी। इससे हमारे पास जो रेवेन्यू जनरेट होगा इससे हम गरीब मरीजों को सुविधाएं दे सकेंगे।
इस मौके पर जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण केके गुप्ता भी मौजूद रहे। इस दौराना जेवर विधायक ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से उक्त भूमि जिम्स को आवंटित कराने का अनुरोध किया था। इस पर जल्द ही कदम बढ़ाए जाएंगे।