लोकसभा चुनाव से पहले मायावती से मिलने पहुंच रहे हैं ये दिग्गज नेता
नोएडा. निकाय चुनाव में मिले जनाधार के बाद में बीएसपी सुप्रीमो ने लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशी के नाम की घोषणा करनी शुरू कर दी है। मायावती अपनी गृहजनपद की सीट गौतमबुद्धनगर से प्रत्याशी के नाम पर सहमति दे चुकी है। उसके बाद भी मायावती के पास में अन्य नेता भी टिकट के लिए लंबी लाइन लगाए हुए है। माया की गृहजनपद की सीट होने की वजह से बीएसपी के लिए यह अहम मानी जाती है। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में यह सीट बीएसपी जीती थी, जबकि 2019 में बीजेपी ने जीती थी।
यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी के खिलाफ सड़कों पर उतरा यह समाज, लोकसभा चुनाव में हो सकता है बड़ा नुकसानमाया की गृहजनपद सीट पर लंबी कतार लोकसभा चुनाव को लेकर बीएसपी अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। सुत्रो की माने तो अभी टिकट मांगने का तांता लगा हुआ है। मायावती की गृहजनपद की सीट लोकसभा चुनाव में अहम मानी जा रही है। जिससे देखते हुए प्रत्याशी टिकट पाने की जुगत में लगे है। सूत्रो की माने तो कई नेता टिकट के लिए मायावती के पास अपनी—अपनी दावेदारी ठोक रहे है। मायावती बादलपुर गांव की रहने वाली है। गृहजनपद की टीम होने की वजह से मायावती की भी नजरें इस सीट पर टिकी हुई है।
चुनाव की तैयारी में जुटे नेता गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर बीएसपी अपना प्रत्याशी तय कर चुकी है। बीएसपी की तरफ से वीरेंद्र डाढा के नाम पर सहमति दी जा चुकी है। वीरेंद्र डाढा ने भी लेाकसभा चुनाव की तैयारी करनी शुरू कर दी है। वीरेंद्र डाढा ने बताया कि लोकसभा चुनाव की तैयारी की जा रही है। पार्टी ने उनके नाम पर काफी विचार करने के बाद प्रत्याशी घोषित किया है। उन्होंने बताया कि मायावती की गृहजनपद सीट पर 2009 की तरह 2019 में जीत दर्ज करेंगी।
बीजेपी को हो सकता है नुकसान यूपी में कांग्रेस, सपा, बसपा व रालोद गठबंधन की तैयारी में है। इनके बीच में कैराना व नूरपुर उपचुनाव में गठबंधन भी हुआा। अगर इनके बीच में महागठबंधन होता है तो यह सीट बसपा के खाते में जा सकती हैै। दरअसल में 2009 में बीएसपी ने यह सीट जीती थी। उसके बाद में 2014 में यह सीट बीजेपी के खाते में गई। दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के कैंडीडेंट नरेंद्र भाटी रहे थे। हालाकि समाजवादी पाटी्र के नरेंद्र भाटी भी चुनाव की तैयारी कर रहे है। महागठबंधन के बाद में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है।