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खनन माफिया पर कार्रवाई करने गई नायब तहसीलदार की टीम को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, की अंधाधुंध फायरिंग जानें क्या था पूरा मामला जानकारी के मुताबिक, सदर तहसील में तहसीलदार यदुवंश कुमार वर्मा है। यदुवंश कुमार ने पुलिस को दी शिकायत बताया कि शनिवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया था। वह करीब साढ़े चार बजे अपने कार्यालय में बैठकर काम कर रहा था। उसी समय कैलाशपुर गांव के रहने वाले वकील अनिल भाटी, विनय चपराणा, अजहरुद्दीन सैफी, उज्जवल भाटी, तुषार भाटी और ठाकुर विजेंद्र सिंह को लेकर आए और सीधे उसके कार्यालय कक्ष में घुसकर और अंदर से दरवाजे की कुंडी लगाकर उसके साथ मारपीट करने लगे। आरोप है कि उन्होंने तहसीलदार यदुवंश कुमार पर जानलेवा हमला कर गला घोटकर जान से मारने की कोशिश की। जिसके बाद यदुवंश कुमार ने शोर मचाया। जिसे सुनकर गार्ड सुनील सहित अन्य गार्ड ने मिलकर दरवाजा तोड़ा और उसे वकीलों के चंगुल से छुड़वाया। इसके बाद अनिल भाटी जान से मारने धमकी देते हुए अपने साथियों संग फरार हो गया। साथ ही वह सरकारी दस्तावेज उठाकर ले गए। आरोप है कि उन्होंने दफ्तर की कई फाइलों को भी फाड़ दिया।
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Greater Noida: 12वीं मंजिल से लटक रहे दोस्त को बचाने गया था अब्दुल, तभी हुआ भयंकर हादसा, जानें पूरा मामला मामले की जांच शुरू उधर, तहसीलदार द्वारा शिकायत करने के बाद पुलिस ने तहसीलदार का मेडिकल कराया है। जिसके बाद अधिवक्ता अनिल भाटी, विनय चपराना, उज्ज्वल भाटी, तुषार भाटी, बिजेंद्र सिंह और अजुद्दीन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने एक आदेश की नकल लेने का आवेदन किया था। शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में भी इसकी शिकायत की थी। अधिकारियों ने तहसीलदार को निर्देशित किया था कि अगर किसी को इसमें आपत्ति है तो वही बात पत्र में लिखकर आवेदनकर्ताओं को दे दें। नकल नहीं मिलने पर विवाद होना बताया जा रहा है।