हरदोई में सीएम योगी बोले- दिसंबर तक 1.25 करोड़ परिवारों को मिलेगा प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना का लाभ
पांच शहरों की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’
इसी प्रकार यूपी के पांच शहरों में ‘बहुत खराब’ और 3 में ‘खराब’ वायु गुणवत्ता दर्ज की गई। बागपत (394), मेरठ (387), हापुड (386), खुर्जा (336) और बुलंदशहर (325), मुजफ्फरनगर (254), वृन्दावन (237) और झाँसी (202) वायु गुणवत्ता सूचकांक रहा। इस बीच, राज्य की राजधानी (एक्यूआई 174) में स्थिति उतनी खराब नहीं थी, जहां बोर्ड के स्टेशन स्थित कई क्षेत्रों में वायु प्रदूषण अधिक था। तालकटोरा स्टेशन पर शुक्रवार शाम करीब 4 बजे पीएम2.5 (पार्टिकुलेट मैटर 2.5 मिमी) अधिकतम 500 दर्ज किया गया, वहीं पीएम10 383 रहा।
ग्रेटर नोएडा के जेवर विधानसभा से विधायक धीरेंद्र सिंह ने गौतम बौद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया लेने का आग्रह किया है। उन्होंने एक्स पर पत्र की एक प्रति साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंचने के साथ, मैं सभी से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने की अपील करता हूं। सरकार और प्रशासन को स्थिति से अवगत करा दिया गया है।”