एक्सपर्ट्स मानें तो एशिया के चौथे सबसे बड़े एयरपोर्ट के बनने के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा और इसके आस-पास के इलाकों में बड़ा बदलाव आएगा। इसके चलते क्षेत्र में कॉरपोरेट डिमांड बढ़ेगी और आसपास के इलाकों में जमीन के दामों में भी बूम आएगा। जिसका लाभ जनपद के मूल निवासियों को मिलेगा। इतना ही नहीं, एयरपोर्ट का ऐलान होने के साथ ही यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में देश-विदेश की बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपने प्लांट लगाने के लिए जमीन तक खरीद ली है। वहीं कई कंपनियों ने आवेेदन किया हुआ है। इसके अलावा यहां पर हैंडीक्राफ्ट पार्क, अपैरल पार्क, एमएसएमई पार्क और टॉय सिटी आदि भी विकसित की जाएगी।
आसपास के गांवों की बदलेगी सूरत एयरपोर्ट बनने के बाद जेवर क्षेत्र के गांवों को भी विकास के नए पंख लगेंगे। जहां एक तरफ यहां विकास का कार्य तेजी से होगा तो वहीं जमीनों के दाम बढ़ने से मूल किसान व ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा आसपास के लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
इन कंपनियों को जमीन हुई आवंटित जेवर एयरपोर्ट के 15 किमी के दायरे में यमुना प्राधिकरण ने वीवो, इंग टांग, इशी टेक्नोलॉजी, बॉडी केयर, देव फार्मेसी, क्वालिटी बिल्टकॉन, मटेंड लिमिटेड, राज कारपोरशन, गेलवेनो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बीकानेर, हल्दीराम, हॉलिस्टिक इंडिया लिमिटेड, सूर्या ग्लोबल, क्वाडरेंट, स्वास्तिक इंडस्ट्रीज, नर्सी मोंजी विश्वविद्यालय समेत दर्जनों बड़ी कंपनियों को जमीन आवंटित की है।
देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी प्रस्तावित ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 21 में औधोगिक क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी प्रस्तावित है। इसके लिए प्राधिकरण ने 780 एकड़ व 220 एकड़ में व्यवसाय उपयोग क्षेत्र में वाणिज्यिक गतिविधियों को शामिल करते हुए कुल 1000 एकड़ जमीन अलॉट की है। यह प्रस्तावित फ़िल्म सिटी एयरपोर्ट से करीब 6 किमी पहले व इस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से करीब 12 किमी की दूरी पर है।
मेट्रो-पॉड टैक्सी पर भी चल रहा काम प्रस्तावित एयरपोर्ट और आसपास में बसाए गए सेक्टरों तक लोगों को कनेक्टिविटी के लिए प्राधिकरण ने साधनों को बढ़ाने पर जोर दिया है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा से जेवर तक मेट्रो चलाई जानी प्रस्तावित है। फिलहाल इसकी संशोधित डीपीआर पर काम चल रहा है। इसके अलावा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक एक पॉड टैक्सी भी चलाई जाएगी। इसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। प्रस्ताव पर शासन से मुहर लगने के बाद जिले के लाखों लोगों को एयरपोर्ट तक डायरेक्ट कनेक्टिविटी मिल सकेगी।
आईजीआई एयरपोर्ट से जुड़ेगा जेवर एयरपोर्ट यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर दबाव कम करने लिए उसे जेवर एय़रपोर्ट से सीधा जोड़ा जाएगा। इसके लिए हाईस्पीड मेट्रो ट्रेन चलाने पर विचार किया जा रहा है। इसका रॉ नक्शा भी तैयार किया गया है। जिस पर अभी विचार चल रहा है।
दिल्ली से लेकर लखनऊ तक के लोगों को फायदा जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद न केवल क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा, बल्कि दिल्ली से लेकर लखनऊ तक के लोगों को सहुलियत हो सकेगी। यहां दिल्ली-एनसीआर और वेस्ट यूपी समेत मथुरा, आगरा, लखनऊ आदि जिलों में रहने वाले लोगों को भी हवाई यात्रा करने में आसानी होगी।