प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कि भाजपा ने सुनियोजित तरीके से इस तरह के उपद्रव को पूरे प्रदेश में फैलाने का काम किया है। इस घटना की न्यायिक जांच और मृत लोगों के परिजनों को 25 लाख और घायलों को 10 लाख रुपए सहायता मिलनी चाहिए। साथ ही निर्दोष लोगों को छोड़ा जाना चाहिए।
लल्लू ने कहा कि 2007 की घटना याद है। गोरखपुर से लेकर बलिया तक आगजनी हुई थी। क्या उस समय के हिंसा में लिप्त लोगों से भी रुपये वसूल किए जाएंगे। 2002 में कुशीनगर में भी हुआ था। क्या उनसे भी संपत्ति लेकर वसूली किया जाएगा। ये सरकार प्रायोजित तरीके से हिंसा करा रही है। ये स्पष्ट हो चुका है कि साजिश कौन कर रहा है, सरकार को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए।