गोरखपुर में बन रहे शहीद अशफाकउल्लाह खां प्रणी उद्यान (Shaheed Ashfaqullah Zoological Park) का काम बेहद तेजी से चल रहा है। कोरोना संक्रमण और लाॅक डाउन के चलते इसका निर्माण कार्य प्रभावित होने से इसमें देर हुई। बीते 12 जनवरी को भी इसके उद्घाटन की बात कही जा रही थी, लेकिन किसी कारणों से ऐसा नहीं हो पाया। पर अब इसके उद्घाटन की तैयारी चल रही है। सीएम योगी ने भी मार्च में गोरखपुर चिड़ियाघर शुरू हो जाने की बात कही है।
गोरखपुर चिड़ियाघर को बीते साल छह दिसंबर 2020 में ही केंद्रीय प्राणि उद्यान प्राधिकरण मान्यता दे चुका है। इसके बाद से ही इसे जल्द से जल्द पूरा कर उद्घाटन की तैयारी चल रही है। दिसंबर में कमिश्नर ने प्राणी उद्यान के निदेशक और मुख्य वन संरक्षक समेत अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्माण कार्य पूरा करने की डेडलाइन तय कर दी थी। इसमें जानवरों के रखने के लिये 33 बाड़े बनाए गए हैं। बाड़ों का काम भी पूरा हो चुका है। अब जानवरों को लाया जा रहा है। जानवरों को पूरे नियम और मानक के हिसाब से वहां लाकर उनके क्वारंटीन और उचित तापमान का ध्यान रखना होगा। चिड़ियाघर में विभिन्न प्रकार के पक्षियों की चहचहाहट सुनने को मिलेगी तो बब्बर शेर, बाघ, तेंदुआ, गैंडा, जेब्रा, दरियाई घोड़ा, लकड़बग्घा, भेड़िया, दो प्रजाति के भालू, तीन प्रजाति के बंदर, छह प्रजातियों के हिरण के अलावा घड़ियाल और मगरमच्छ देखने को मिलेंगे। स्नेक हाउस भी बनाया जाएगा, जिसमें सांपों की विभिन्न प्रजातियां रखी जाएंगी।
यूपी का पहला इनडोर तितली पार्क
गोरखपुर चिड़ियाघर में यूपी का पहला इनडोर तितली पार्क बनाया गया है। यह इनडोर तितली पार्क एक हजार वर्ग मीटर में बना है, जिसमें लाइन ब्लू, डिंगी स्विफ्ट, बलका पेरट, स्पॉटेड पैरट , प्लेन टाइगर, कॉमन कैस्टर, कॉमन ग्लास यलो, कॉमन जे, डेनेड एगफ्लाई, लैमन मिगरेंट, कुछ दुर्लभ प्रजातियां इंडियन रेड फ्लैश, बुश ब्राउन, क्रिमसन टिप, रेड आई, अफ्रीकन बाबुल ब्लू और कॉमन शॉट सिल्वर लाइन समेत 40 से ज्यादा तितलियों की प्रजातियां संरक्षित की जाएंगी। यहां तितलियों को नियंत्रित तापमान में रखा जाएगा और उनकी ब्रीडिंग की भी व्यवस्था होगी। इसके अलावा पार्क में इस तरह के पौधे और वनस्पति लगाए जाएंगे जिनपर तितलियां वास करती हैं और उनका प्रजनन होता है।
रामगढ़ झील में उतरेंगे सी प्लेन
गोरखपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द ही यूपी में भी सी प्लेन की सेवा शुरू करावाएंगे। योगी सरकार इसपर तेजी से काम भी कर रही है। सी प्लेन की सेवा ईको टूरिज्म और पर्यटन की दृष्टि से तेजी से विकसित हो रहे गोरखुपर से शुरू होगी। यहां की यूपी की पहली अधिसूचित रामगढ़ झील में सी प्लेन से सीधे उतरा जा सकेगा। इसके बाद यहां से गोरखपुर चिड़ियाघर और राप्ती घाटों व प्रकृति के मनोरम दृष्यों का नजारा लिया जा सकेगा। मुख्यमंत्री की मंशा है कि यहां की खूबसूरती से पर्यटकों को रूबरू कराकर पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके ताकि इससे इलाकेे का विकास हो और यहां रोजगार के अवसर बढ़ सकें।