शहरवासियों का सेवाएं दे रही हैं। इन सभी रूट पर चिन्हित 49 बस स्टॉप पर कहीं भी कोई बस क्यू शेल्टर नहीं है। अपने कार्यकाल में पूर्व मेयर सीताराम जायसवाल ने इस दिशा में काफी प्रयास किया लेकिन अमल नहीं हो सका। वर्तमान में चिलचिलाती धूप में भी लोगों को खड़े होकर बस का इंतजार करना पड़ता है।
कुछ रोक कर बिठा भी लेते हैं। बहरहाल सिटी बस सेवा प्रतिदिन 9000 से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचा रही है। सिटी बसों के लिए बस क्यू शेल्टर बनाए जाने की योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल कुमार तिवारी, मनीष चौबे, शिवेंद्र यादव कहते हैं कि यह स्वागत योग्य कदम है। जनहित में इस पर जल्द अमल करना चाहिए।
18 जगह पीपीपी मोड पर बनेंगे शेल्टर
यात्रियों को मिलेगी राहतशेल्टर में सुविधाओं का रखा जाएगा ध्यान, बैठने का भी इंतजाम धूप और बारिश के मौसम में सिटी बस के यात्रियों, महिलाओं एवं बुजुर्गों को राहत देने के लिए बस क्यू शेल्टर का निर्माण पीपीपी मोड पर निकाय चुनाव बाद किया जाएगा। इस पर काफी दिनों से काम चल रहा था। फिलहाल प्रथम चरण में 18 स्थल चिन्हित किए गए हैं।
महुआतर, बरगदवां तिराहा, गोरखनाथ अस्पताल, धर्मशाला चौराहा, छात्रसंघ चौराहा, काली मंदिर चौक, एम्स के पास, एयरपोर्ट के पास, झुंगिया गेट के पास, शास्त्रत्त्ी चौक पर, एमएमएमयूटी गेट, ट्रांसपोर्टनगर चौराहे पर, नौसढ़ चौराहे पर, आईटीएम गीडा के पास, सहजनवां चौराहे पर, भटहट बाजार चौराहे पर और खजनी चौराहे पर